ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में व्यावसायिक गतिविधियां बंद होने से प्रभावित व्यापारियों ने रविवार को बैठक कर गांधीवादी ढंग से आगामी आंदोलन की रणनीति बनाई है। 17 अक्तूबर तक एडीए ने व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद करने के नोटिस दिए हैं। तब तक चरणबद्ध आंदोलन चलेगा। जिसमें ताजगंज के व्यापारी राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश से प्रभावित व्यापारियों ने ताजगंज डवलपमेंट फाउडेंशन के नाम से संघर्ष समिति बनाई है। समिति अध्यक्ष नितिन सिंह, इब्राहिम जैदी, ताहिर उद्ददीन, आयुष गुप्ता आदि ने रविवार को बैठक की। फिर प्रेसवार्ता में बताया कि समानता के जिस अधिकार का हवाला देकर उनके रोजगार उजाड़े जा रहे हैं, इसके लिए व्यापारी आजीविका के अधिकार के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुर्नविचार याचिका दायर करेंगे।
व्यवसाय बंद होने से एक लाख होंगे प्रभावित
व्यवसाय बंद होने के आदेश से करीब एक लाख लोग प्रभावित हैं। 15 से 20 हजार परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा है। इतना बड़ा तबका अगर बेरोजगार होता है तो अपराध बढ़ेगा। विकास प्राधिकरण द्वारा नोटिस चस्पा कर 17 अक्तूबर तक जबरन व्यापार बंद करने के आदेश दिए हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कोई समय-सीमा तय नहीं की। बैठक में निर्णय हुआ कि गांधीवादी तरीके से 17 अक्तूबर तक चरणबद्ध आंदोलन कर व्यापारी अपनी मांग रखेंगे।
ये होगी रणनीति
10 अक्तूबर को खद्दर भंडार चौराहे से कसरेट बाजार, कुत्ता पार्क, तांगा स्टैंड होते हुए पुरानी मंडी तक कैंडिल मार्च निकाला जाएगा।
11 अक्तूबर को राष्ट्रपति के नाम डीएम को ज्ञापन, 500 मीटर क्षेत्र में व्यावसाय करने वालों के पक्ष में डीएम से अपील की मांग करेंगे।
12 अक्तूबर को अनिश्चकाल के लिए सभी बाजार बंद करेंगे। फिर पूर्वी गेट से पुरानी मंडी चौराहा तक व्यापारी मानव श्रंखला बनाएंगे।
13 अक्तूबर को ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में मकान व दुकानों पर काला झंडे लगाकर काला दिवस मनाया जाएगा।
14 अक्तूबर को मंडलायुक्त को ज्ञापन और 500 मीटर क्षेत्र में व्यावसाय करने वालों के पक्ष में कमिश्नर से अपील की मांग करेंगे।
16 अक्तूबर को राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग के लिए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
17 अक्तूबर को नोटिस की मियाद खत्म होने पर आगे की रणनीति के लिए बैठक होगी।
ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में व्यावसायिक गतिविधियां बंद होने से प्रभावित व्यापारियों ने रविवार को बैठक कर गांधीवादी ढंग से आगामी आंदोलन की रणनीति बनाई है। 17 अक्तूबर तक एडीए ने व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद करने के नोटिस दिए हैं। तब तक चरणबद्ध आंदोलन चलेगा। जिसमें ताजगंज के व्यापारी राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश से प्रभावित व्यापारियों ने ताजगंज डवलपमेंट फाउडेंशन के नाम से संघर्ष समिति बनाई है। समिति अध्यक्ष नितिन सिंह, इब्राहिम जैदी, ताहिर उद्ददीन, आयुष गुप्ता आदि ने रविवार को बैठक की। फिर प्रेसवार्ता में बताया कि समानता के जिस अधिकार का हवाला देकर उनके रोजगार उजाड़े जा रहे हैं, इसके लिए व्यापारी आजीविका के अधिकार के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुर्नविचार याचिका दायर करेंगे।
व्यवसाय बंद होने से एक लाख होंगे प्रभावित
व्यवसाय बंद होने के आदेश से करीब एक लाख लोग प्रभावित हैं। 15 से 20 हजार परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा है। इतना बड़ा तबका अगर बेरोजगार होता है तो अपराध बढ़ेगा। विकास प्राधिकरण द्वारा नोटिस चस्पा कर 17 अक्तूबर तक जबरन व्यापार बंद करने के आदेश दिए हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कोई समय-सीमा तय नहीं की। बैठक में निर्णय हुआ कि गांधीवादी तरीके से 17 अक्तूबर तक चरणबद्ध आंदोलन कर व्यापारी अपनी मांग रखेंगे।