ताजमहल मेट्रो स्टेशन की राह में रोड़ा बने 28 पेड़ों को शाहजहां गार्डन में ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रत्यारोपित किया जाएगा। कार्यदायी संस्था एफकॉन व सेम इंडिया ने इस कार्य के लिए एजेंसी से करार किया है। जिन पेड़ों को ट्रांस लोकेट किया जाना है, उनकी जड़ों को खोदकर पॉलिथीन से कवर कर रखा है। जिन स्थानों पर इन्हें लगाया जाएगा, वहां गड्ढे तैयार किए जा रहे हैं।
फतेहाबाद रोड पर तीन एलिवेटिड स्टेशन के बाद अब मेट्रो कार्य ताजमहल, आगरा किला व जामा मस्जिद तीन भूमिगत स्टेशन पर शुरू हो गया है। पुरानी मंडी चौराहा के पास शाहजहां गार्डन में पहला भूमिगत ताजमहल मेट्रो स्टेशन बनेगा। यहां करीब तीन हजार वर्ग मीटर में स्टेशन परिसर बनेगा। स्टेशन के प्रवेश व निकास स्थल पर 28 पेड़ हैं। जिन्हें क्रेन की मदद से एक से दूसरे स्थान पर लगाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) प्रबंध निदेशक कुमार केशव का कहना है कि हमारा उद्देश्य बिना किसी पेड़ को काटे प्रोजेक्ट को पूरा करना है। जितना हो सकता है, उतना पेड़ों को बचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पेड़ों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ट्रांस लोकेट के लिए पूरी सावधानी बरत रहे हैं। पेड़ों की वृद्धि न रुके इसका ध्यान रखा जा रहा है। जहां इन्हें लगाया जाएगा वहां ये पूर्व की भांति पेड़ बढ़ते रहेंगे। लखनऊ और कानुपर में भी मेट्रो कार्यों के दौरान पेड़ों को स्थान परिवर्तित किए हैं।
आगरा कॉलेज में काटा बरगद का पेड़
आगरा कॉलेज खेल मैदान में खड़े 80 साल पुराने बरगद के पेड़ मंगलवार को आरी चल गई। यहां मेट्रो स्टेशन के लिए बैरिकेडिंग की जा रही है। मेट्रो अधिकारियों का कहना है पेड़ को प्रत्यारोपित नहीं किया जा सकता था। एलाइनमेंट के बीच में आने की वजह से इसे काटा गया है। इसके बदले फतेहाबाद के मुतगई गांव में दस पेड़ लगाए जाएंगे। मेट्रो प्रोजेक्ट के दौरान जितने पेड़ कटेंगे उनकी संख्या का दस गुना पौधरोपण के लिए फतेहाबाद में जमीन चिह्नित है। वहां नए पेड़ लगाए जाएंगे। पेड़ों का संरक्षण किया जाएगा।
डिपो में भी 15 पेड़ हुए प्रत्यारोपित
15वीं वाहिनी पीएसी मैदान में बन रही पहली मेट्रो डिपो में 15 पाखर, नीम व अन्य पेड़ प्रत्यारोपित किए हैं। ये पेड़ ट्रैक के एलाइनमेंट के बीच में आ रहे थे। इन्हें बीच से हटाकर नई बनी सड़कों के किनारों पर लगाया गया है। करीब नौ हेक्टेयर में 112 करोड़ रुपये से डिपो बन रही है। डिपो में 80 फीसदी सिविल कार्य पूर्ण हो चुका है। मेट्रो ट्रैक की पटरियां बिछाई जा रही हैं।
आगरा फोर्ट स्टेशन से हो रही खोदाई
आगरा किला के सामने रक्षा संपदा भूमि पर बन रहे फोर्ट मेट्रो स्टेशन से भूमिगत कॉरिडोर के लिए खोदाई शुरू हो गई है। यहां डी-वाल फ्रेम बनाकर फोर्ट स्टेशन की चौहद्दी बनाई जा रही है। इसके लिए कंक्रीट की दीवारें खड़ी की गई हैं। इनके बीच में 23 मीटर गहराई तक खोदाई होगी। फोर्ट स्टेशन की लंबाई 156 मीटर और चौड़ाई 24 मीटर होगी।