आगरा में मेट्रो के सफर के दौरान पर्यटकों को सुखद अहसास होगा। मेट्रो स्टेशनों पर ब्रज की संस्कृति झलकेगी। जालीदार दीवारें होंगी, जिनसे ताजमहल झांकेगा। स्टेशनों पर कांच का इस्तेमाल अधिक होगा। तीन एलिवेटिड मेट्रो स्टेशन का फिनिशिंग कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। दिसंबर तक तीनों स्टेशन तैयार हो जाएंगे। यात्रियों को मेट्रो ट्रेन में सफर के दौरान ताजमहल की झलक भी दिखाई देगी।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) पहले चरण में पहले कॉरिडोर में छह मेट्रो स्टेशन तैयार कर रहा है, जिनके बीच मेट्रो का ट्रायल होगा। इनमें तीन एलिवेटिड स्टेशन और तीन भूमिगत होंगे। फतेहाबाद रोड पर ताजपूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड तीन एलिवेटिड स्टेशन 283 करोड़ रुपये की लागत से लगभग बन गए हैं। इनमें फर्श, टाइल्स व फर्नीचर का कार्य चल रहा है।
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स्टेशन की दीवारों को शहर की विरासत के अनुसार जालीदार बनाया है। जालियां इको फ्रेंडली होंगी। जिनके निर्माण के दौरान धूल नहीं उड़ेगी। इन्हें प्री-कास्ट तकनीक से बनाया जा रहा है। यात्रियों के लिए एस्कलेटर व लिफ्ट लग चुकी हैं। टिकट काउंटर, वेंडिंग मशीन, वॉशरूम आदि बन चुके हैं।
मेट्रो स्टेशनों पर ब्रज की सांस्कृतिक विरासत भी यात्रियों को मिलेगी। दीवारों पर पेंटिंग की जाएंगी। चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। स्टेशन को खुला माहौल देने के लिए कांच का इस्तेमाल होगा।
स्टेशन पर एलईडी लाइट्स से लेकर साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे। शहर में 30 किमी. लंबा मेट्रो ट्रैक दो कॉरिडोर में विभाजित होगा। जिनमें कुल 27 स्टेशन बनेंगे। प्रोजेक्ट पर करीब 8380 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
आगरा मेट्रो आंकड़ों की नजर से
- 8380 करोड़ रुपये मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत।
- 29 किमी. लंबे दो कॉरिडोर में 27 स्टेशन।
- 14 किमी. लंबा सिकंदरा से ताजपूर्वी गेट तक पहला कॉरिडोर।
- 6 स्टेशन तीन एलिवेटिड व तीन भूमिगत के बीच चलेगी ट्रेन।