समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। अस्पतालों में अराजकता है। इलाज और दवा के बगैर मरीज भटकते रहते हैं। जनता संकट में है, जबकि भाजपा सरकार संवेदनहीन बन गयी है। राजधानी में रोज दर्जनों डेंगू और बुखार के मरीज मिल रहे हैं, तो अन्य जिलों के हालात का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बरसात और जलभराव से मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। डेंगू और टाइफाइड बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। बच्चों को खांसी-बुखार, उल्टी दस्त आदि हो रहा है। अस्पतालों में इलाज की समुचित व्यवस्था न होने से लोगों की मौतें हो रही है। इलाज के लिए पर्याप्त डॉक्टर और दवाएं नहीं हैं।
डेंगू से बचाव पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तथा स्थानीय अधिकारियों का ध्यान नहीं है। नगर निगम और नगर पंचायतों की ओर से साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। भाजपा सरकार की गलत नीतियों और भ्रष्टाचार के कारण अधिकारियों और कर्मचारियों की अकर्मण्यता साफ दिखाई दे रही है। दरअसल, भाजपा सरकार में किसी को जनता की तकलीफों से कोई लेना देना नहीं है।
मुख्यमंत्री बयानबाजी करके जगह-जगह अफसरों को बस धमकाने का काम कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री दूसरे प्रदेशों में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। प्रदेश की जनता त्रस्त है। भाजपा सरकार ने जैसे जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है, जनता भी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को वैसे ही छोड़ देगी।