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रामघाट रोड स्थित अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम में क्रिकेट पिच
– फोटो : अमर उजाला
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जिस स्टेडियम में आईपीएल के सिक्सर किंग रिंकू सिंह ने बचपन में क्रिकेट खेलना शुरू किया। अब वह बदहाल हो गया है। लाखों रुपये की लागत से बना नेट कवर्ड पिच अपनी दुर्दशा बयां कर रही है। तीन साल से क्रिकेट प्रशिक्षक की तैनाती नहीं हो सकी है।
महारानी अहिल्याबाई होल्कर स्पोर्ट्स स्टेडियम में कभी सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद अजहरुद्दीन, अजय जडेजा जैसे भारतीय टीम के सितारे भी खेले थे। इसी मैदान से आईपीएल स्टार रिंकू सिंह ने अपनी क्रिकेट की शुरुआत की थी, लेकिन आज खेल विभाग और सरकार की उदासीनता से यही स्टेडियम अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। यहां क्रिकेट प्रशिक्षु खिलाड़ी खेलने तो आते हैं, लेकिन मायूस होकर लौट जाते हैं।
अंतिम बार क्रिकेट प्रशिक्षक की तैनाती 2019-20 में थी। प्रदेश सरकार ने लाखों रुपए खर्च करके क्रिकेट नेट लगवाए, उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। मैदान पर बनी क्रिकेट पिच खेलने लायक नहीं बची है। किसी ने क्रिकेट खेलने के लिए स्टेडियम में बुकिंग करा ली, तो उसे पिच तैयार नहीं मिलती है। स्टंप उसे स्वयं लेकर आने होते है। स्टेडियम के कर्मचारियों का कहना है कि स्टेडियम में स्टंप नहीं हैं। सरकार ने स्टेडियम की बुकिंग फीस 625 रुपये रखी है, लेकिन अलीगढ़ में यह फीस 1625 रुपये है। इसमें 1000 खेल प्रोत्साहन समिति को जाते हैं। बुकिंग कराने वालों का कहना है कि 1000 रुपये खेल प्रोत्साहन समिति के खाते में नहीं जाना चाहिए, क्योंकि यह रुपये स्टेडियम में सुविधा बढ़ाने पर खर्च होने चाहिए, जबकि निजी मैदानों की चमक बढ़ती जा रही है।
अलीगढ़ में करीब आठ निजी खेल मैदान हैं, जिनका शुल्क दो हजार से ढाई हजार के बीच है। लोगों में क्रिकेट का जुनून इतना है कि इन मैदानों पर बुकिंग के लिए भी इंतजार करना पड़ता है। स्पोर्ट्स स्टेडियम की हालत देखकर वहां कोई जाना नहीं चाहता है। इस संबंध में जिला क्रीड़ा अधिकारी राम मिलन ने बताया कि क्रिकेट सहित अन्य खेलों के प्रशिक्षक की तैनाती और खेल सुविधाएं बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा चुका है।
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