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गांधी नगर में में आवारा कुत्तों से बचकर निकलता युवक
– फोटो : अमर उजाला
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अलीगढ़ में कुत्ते खूंखार होते जा रहे हैं। कुत्ते लोगों के साथ मवेशियों को भी अपना शिकार बना रहे हैं। इनका झुंड रात के वक्त अंधेरी सड़कों पर लोगों का पीछा करने के साथ ही उन पर हमलावर हो जाता है। मवेशियों को भी नोचकर मार देता है। ऐसे में पशुपालकों की भी दिक्कत बढ़ रही है। साथ ही लोगों में भी दहशत है। उधर, नगर निगम की ओर से इन कुत्तों के आंतक की रोकथाम को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कुत्तों के खौफ से रातों में जल्द ही सड़कें सूनसान हो जाती हैं। आलम यह है कि खूंखार होते कुत्ते सड़क से गुजरने के दौरान लोगों का पीछा कर कई बार हमलावर हो जाते हैं।
महानगर के सासनीगेट, जयगंज, सराफा बाजार, तुर्कमान गेट, हाथीपुल, ऊपरकोट, कनवरीगंज, रघुवीरपुरी, बारहद्वारी, रसलगंज, नई बस्ती, सुदामापुरी, विष्णुपुरी, मानसरोवर, ज्ञान सरोवर, सुरेंद्र नगर, नौरंगाबाद, विकास नगर, एटा चुंगी, मथुरा रोड, हाथरस अड्डा, आगरा रोड, दुबे का पड़ाव, खैर अड्डा, जलालपुर, पला रोड, होली चौक, निधिवन कॉलोनी, क्वार्सी चौराहा, उदय सिंह जैन रोड, देहलीगेट चौराहे पर कुत्तों का खौफ इस कदर है कि लोग अकेले घर जाने से डरते हैं।
खूंखार कुत्ते मवेशियों और उनके बच्चों को मारकर अपना शिकार बना रहे हैं। पशुपालकों का कहना है कि कुत्तों का झुंड रात के वक्त बाड़े में घुस जाता है और मवेशियों पर हमला कर देता है। कुत्ते कई मोहल्लों के बच्चों पर भी हमला कर चुके हैं। इसके चलते लोगों ने बच्चों को बाहर खेलने को भेजना बंद कर दिया है। इससे लोगों में दहशत बढ़ रही है। इस ओर नगर निगम के अफसर कतई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसको लेकर शहरवासियों में भारी आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने नगर निगम अफसरों के अलावा प्रशासनिक अफसरों से कुत्तों को पकड़ने अथवा उनकी नसबंदी कराने की मांग की है। डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने कहा है कि कुत्तों को लेकर नगर निगम को एक कार्ययोजना तैयार कराने को कहा गया है, ताकि शहरवासियों को इसका लाभ मिल सके।
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