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दिल्ली की ओर कूच करते भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी
– फोटो : अमर उजाला
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राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर विभिन्न मांगों को लेकर प्रस्तावित प्रदर्शन के लिए दिल्ली जा रहे किसानों को एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत के नेतृत्व में क्वार्सी चौराहे के पास रोक लिया गया। किसानों से दिल्ली न जाने का अनुरोध किया गया। किसानों ने विरोध किया तो पुलिस ने घेराबंदी कर ली। गुस्साए किसान वहीं धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। किसी तरह वे शांत हुए और नायब तहसीलदार कोल को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
भारतीय किसान यूनियन सुनील के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी दिल्ली में पहलवानों का समर्थन करने एवं किसानों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं की मांगों को लेकर पदाधिकारियों के साथ 50 से अधिक वाहनों के जरिए रविवार को दिल्ली कूच करने जा रहे थे। जैसे ही काफिला नर्चर स्कूल रामघाट रोड पर पहुंचा तभी एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत, सीओ सिविल लाइंस, क्वार्सी, महुआखेड़ा समेत पुलिस फोर्स ने उन्हें रोक लिया। किसान दिल्ली जाने की जिद पर अड़ गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी ने रोकने का कारण पूछा और प्रशासन की तानाशाही का विरोध करते हुए रामघाट रोड पर ही धरने पर बैठ गए।
साथी किसान भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सुनील चौधरी ने कहा कि देश की बेटियां जिन्होंने देश का मान- सम्मान बढ़ाया, आज वहीं बेटियां सड़क पर न्याय की भीख मांग रही हैं। दुर्भाग्य है कि गूंगी, बहरी भाजपा सरकार आरोपी सांसद ब्रजभूषण को बचा रही है। किसानों ने मांग रखी कि सांसद बृजभूषण का नार्को टेस्ट कराया जाए और लोकसभा की सदस्यता रद्द कर कर जेल भेजा जाए। किसान बहन-बेटियों के साथ है। अगर जल्द पहलवानों को न्याय नहीं मिला तो पूरे देश से किसान दिल्ली में डेरा डालेंगे।
करीब एक घंटे तक किसान धरने पर जमे रहे। किसी तरह अफसरों ने किसानों को समझाया। आखिर में किसानों ने नायब तहसीलदार कोल अंजली कुमारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा । धरने में सोहेल पठान, विनोद प्रियदर्शी, रंजीत चौधरी, अमित चौधरी, शरद यादव, महिला मोर्चा की सीमा यादव, रवि बघेल, सुनीता यादव, अलका शर्मा, सोनवती, हरेंद्र सिंह, जितेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।
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