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बच्ची तृप्ति
– फोटो : फाइल फोटो
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अलीगढ़ में विजयगढ़ कस्बा के मोहल्ला महाजनान में रविवार की शाम चार बजे ढाई साल की बालिका की 20 लीटर की पानी भरी प्लास्टिक की बाल्टी में डूबने से मौत हो गई। जब उसकी मां ने देखा, तो बालिका को बाल्टी से बाहर निकाला। परिवार के लोग उसे चिकित्सक के यहां ले गए। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
सभासद सुरेशचंद्र यादव कचौड़ी और भटूरे बेचते हैं। उनकी पत्नी सरोज यादव अपनी दो बेटियों चार वर्षीय चेतना और ढाई वर्षीय तृप्ति को घर के बरामदे में बैठाकर गोबर के उपले पाथने चली गई और दोनों बेटियों को कुरकुरे का पैकेट खाने के लिए दे गई। बड़ी बेटी सात वर्षीय तनिष्का पिता के पास दुकान पर थी।
कुछ समय बाद बीच की बेटी चेतना घर से बाहर आ गई और दूसरी बेटी तृप्ति बरामदे में बैठकर कुरकुरे खाने लगी। जब उसे प्यास लगी, तो वह सामने 20 लीटर की बाल्टी से गिलास लेकर पानी लेने पहुंची। पानी लेते समय तृप्ति बाल्टी के ऊपर उलटी होकर जा गिरी।
कुछ ही समय बाद उसकी मां घर आई, तो उसे बाल्टी में उलटी पड़ी देखकर चीख निकल गई। बाल्टी में गिलास भी पड़ा हुआ था। जब तृप्ति को बाल्टी से बाहर निकाला, तो उसके मुंह में कुछ खाने की वस्तु निकली। परिवार और मोहल्ले के लोग उसे निजी अस्पताल ले गए। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह सुनकर परिजन रोने लगे। माता-पिता, दादी और चाचा का तो रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पूरे मोहल्ले में इस घटना से शोक की लहर दौड़ गई। सुरेश की तीन बेटियों में तृप्ति सबसे छोटी थी।
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