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रोरावर मामले में थाने में वार्ता
– फोटो : अमर उजाला
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अलीगढ़ का बहुचर्चित रोरावर शमशान के रास्ते का विवाद शुक्रवार दोपहर एकाएक फिर तूल पकड़ गया। यहां शाहजमाल कब्रिस्तान की बाउंड्री विवादित रास्ते पर निर्माण कराने की सूचना पर भाजपाई भड़क गए। पहले काफी संख्या में भाजपाई मौके पर पहुंचे। जहां पुलिस-प्रशासन को बुलाकर निर्माण रुकवाया। बाद में थाने का घेराव कर मुकदमे की बात रखी। कई घंटे चली वार्ता के बाद मुतवल्ली व उसके सहयोगियों पर मुकदमा तय हुआ। साथ में मुतवल्ली की ओर से यह लिखित में लिया गया कि अब बिना सहमति व अनुमति के निर्माण नहीं होगा। तब जाकर विवाद शांत हुआ।
हुआ यूं कि दोपहर में पूर्व मेयर शकुंतला भारती, भाजपा नेता ब्रजेश कंटक, अतुल राजाजी आदि पूर्व विधायक संजीव राजा के आवास पर मौजूद थे। इसी दौरान उन्हें खबर मिली कि रोरावर शमशान के उस विवादित रास्ते पर कब्रिस्तान की बाउंड्री लगवाई जा रही है, जिस पर कई दशक से विवाद है। इस सूचना पर सभी लोग वहां पहुंच गए और खबर देकर पुलिस बुला ली।
चूंकि यह त्योहार का मौका था और मसला बेहद संवेदनशील था। इसलिए आनन-फानन सीओ प्रथम सहित कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। कब्रिस्तान की बाउंड्री का निर्माण तत्काल रुकवाया गया। हालांकि वहां दोनों पक्षों में काफी बहस हुई। मगर पुलिस ने विवाद को देखते हुए निर्माण रुकवाकर सभी पक्षों को थाने बुला लिया। बाद में सूचना देकर तहसील टीम व एडीएम सिटी मीनू राणा व एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत भी थाने बुला लिए गए।
जब वर्ष 1999 में लिखित समझौता हुआ और उसी समझौते अब क्यों तोड़ा गया। देर शाम तक चली वार्ता के बाद ब्रजेश कंटक की तहरीर पर कब्रिस्तान मुतबल्ली मुईन व उनके आठ-दस साथियों पर मुकदमा दर्ज किया गया। तब जाकर सहमति बनी। साथ में मुतबल्ली मुईन की ओर से लिखित में दिया गया कि जब तक सभी पक्षों में सहमति नहीं बनेगी और प्रशासनिक अनुमति नहीं होगी।
तब तक अब वहां कोई निर्माण नहीं होगा। इसके बाद ही सभी लोग वहां से गए। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुणावत का कहना है कि फिलहाल तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। बाकी प्रशासन के स्तर से जांच की जा रही है। जांच में जो तय होगा, उसके अनुसार आगे निर्माण पर निर्णय होगा।
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