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लक्ष्मीबाई मार्ग पर वाहनों की चैकिंग करातेें एसएसपी कलानिधि नैथानी
– फोटो : अमर उजाला
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अलीगढ़ जिले में विधानसभा सचिवालय से विधायकों को मिलने वाले कार पास लगाकर घूमती गाडिय़ों पर अब शिकंजा कसा जाएगा। सोमवार देर रात पैदल गश्त के दौरान एसएसपी को रामघाट रोड पर ऐसे पास लगी दो गाडिय़ां मिलीं, जिनकी जांच कराई तो पास फर्जी पाए गए। इस दौरान दोनों कारों को जब्त कर उनमें से एक के स्वामी को गिरफ्तार किया गया है। मामले में क्वार्सी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं दूसरे कार स्वामी की तलाश हो रही है।
हुआ यूं कि एसएसपी कलानिधि नैथानी सोमवार देर शाम पुलिस टीम के साथ पैदल गश्त कर रहे थे। इस दौरान रामघाट रोड पर शांति नर्सिंग होम के पास दो कार खड़ी दिखाई दीं, जिन पर विधानसभा सचिवालय से विधायकों को जारी होने वाले पास लगे मिले। गौर से देखने पर पाया कि दोनों पासों पर एक ही नंबर 0149 अंकित है। ये पास विधायक विधानसभा सचिवालय श्री लाल बहादुर शास्त्री भवन अथवा लोक भवन के अलावा सचिवालय के सभी भवनों के लिए मान्य है। मगर दोनों गाडिय़ों पर पास के एक ही नंबर होने पर उनमें से एक कार में सवार युवक को सीओ तृतीय व टीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया।
साथ में एसएसपी स्तर से विधानसभा सचिवालय एसपी को पास का फोटो भेजकर जानकारी की तो उन्हें संदिग्ध करार दिया। इस पर कार सवार युवक रिद्धिम गुप्ता निवासी रमेश विहार गंगा रेजीडेंसी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि ये पास फर्जी हैं। उसने खुद तैयार किए हैं। इस पर दोनों कार जब्त कर थाने भेज दी गईं। उनके शीशे पर लगे पास जब्त कर लिए गए और रिद्धिम को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में टीआई की ओर से रिद्धिम के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पूछताछ में रिद्धिम ने स्वीकारा कि उसके पिता व्यापारी हैं और वह खुद इंजीनियरिंग का छात्र है। उसने किसी परिचित की मदद से ये पास तैयार किए। दूसरे कार स्वामी की पहचान नगला श्याम विहारी धनीपुर के गौरव यादव के रूप में हुई। पुलिस उसकी तलाश में भी जुट गई है।
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