Amar Ujala Exclusive: सखी करती रहीं मानदेय का इंतजार, जिम्मेदारों ने किया बंटाधार, लाखों का घपला उजागर

0
19

[ad_1]

Sakhi kept waiting for the honorarium, the responsible people divided

बैंक सखी – file Photo
– फोटो : amar ujala

विस्तार

जहां एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री ग्रामीण आंचल में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने पर जोर दे रहे है और बीसी सखी के माध्यम से कार्यक्रम आयोजित करा रहे है, वहीं अब जिम्मेदारों द्वारा बीसी सखी कार्यक्रम में लाखों का घपला करने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत प्राप्त होते ही आयुक्त स्वत: रोजगार एनआरएलएम ने जांच बैठा दी है।

ग्रामीण इलाकों में ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं मुहैया करने के लिए बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट यानी बीसी सखियों की तैनाती गांवों में की गई है। ये गांव वालों को उनके बिजली के बिल उपलब्ध कराने एवं इनका भुगतान कराने में अहम भूमिका निभा रही हैं।

यह भी पढ़ें -  पति की क्रूरता: ब्लेड से काटी पत्नी की नाक, बेटी को गला दबाकर मारा, कमरे में छिपी थी रुखसार, पढ़ें खौफनाक मंजर

इसी को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों मेें ग्रामीण आंचल में बीसी सखी कार्यक्रम के तहत लोगों को डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम कर प्रत्येक बीसी सखी के खाते में 16300 धनराशि भेजने के लिए निर्देशित किया था।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here