[ad_1]
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से हुए हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा परिजनों से शवों की शिनाख्त कराई है। मां-बेटे अमरनाथ यात्रा में साफ-सफाई का कार्य करने के लिए ठेकेदार के माध्यम से गए थे। यूपी में हमीरपुर जिले के मौदाहा क्षेत्र के नायकपुरवा गांव से एक परिवार के 12 व पड़ोसी गांव से एक व्यक्ति अमरनाथ यात्रा में साफ सफाई कार्य करने के लिए बांदा जनपद के बिसरा गांव निवासी ठेकेदार राकेश के साथ गए थे।
जिसमें नायकपुरवा गांव निवासी महेश बाल्मिकी, उसकी पत्नी राजकुमारी (42), बडे बेटे अर्जुन, मझला बेटे अरविंद (22) व छोटे बेटे विशाल के साथ गया था। गांव से ही उसके परिवार से सात तथा इचौली गांव से एक व्यक्ति 14 जून को गए थे।
बीते शुक्रवार को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में यात्री फंस गए थे और 15 से ज्यादा श्रद्धलुओं की मौत की सूचना आई थी। वहीं कई यात्रियों के लापता होने की भी बात कही जा रही थी। जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा परिजनों को बुला शनिवार शाम शवों की शिनाख्त कराई गई।परिजनों ने राजकुमारी और अरविंद की मौत होने की सूचना फोन पर नायकपुरवा गांव में परिवार में दी तो मातम छा गया। मां-बेटे की मौत की जानकारी के बाद अमरनाथ गए अन्य लोगों के परिवार में मातम छा गया।
विस्तार
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से हुए हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा परिजनों से शवों की शिनाख्त कराई है। मां-बेटे अमरनाथ यात्रा में साफ-सफाई का कार्य करने के लिए ठेकेदार के माध्यम से गए थे। यूपी में हमीरपुर जिले के मौदाहा क्षेत्र के नायकपुरवा गांव से एक परिवार के 12 व पड़ोसी गांव से एक व्यक्ति अमरनाथ यात्रा में साफ सफाई कार्य करने के लिए बांदा जनपद के बिसरा गांव निवासी ठेकेदार राकेश के साथ गए थे।
जिसमें नायकपुरवा गांव निवासी महेश बाल्मिकी, उसकी पत्नी राजकुमारी (42), बडे बेटे अर्जुन, मझला बेटे अरविंद (22) व छोटे बेटे विशाल के साथ गया था। गांव से ही उसके परिवार से सात तथा इचौली गांव से एक व्यक्ति 14 जून को गए थे।
[ad_2]
Source link