दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने की आशंका से लागू कड़े नियम और प्रतिबंधों के बावजूद भी सोमवार को दिवाली की रात लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। कई इलाकों में देर रात तक पटाखे जलाए गए। जबकि पर्यावरण मंत्रालय और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की ओर से पटाखों को न जलाने को लेकर ‘दीप जलाओ, पटाखे नहीं’ जन जागरूकता अभियान आदि भी चलाए गए और आतिशबाजी करने पर जुर्माना लगाकर दंडित किए जाने की बात भी कही गई थी। इसके बावजूद नियमों की अनदेखी हुई। मंगलवार की सुबह सफर के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रही। दिवाली की रात दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में पीएम2.5 का स्तर 400 के भी पार पहुंच गया।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के मुताबिक, मंगलवार की सुबह दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 323 (बहुत खराब) श्रेणी में है। अक्षरधाम, इंडिया गेट, अशोक विहार, आईटीओ, मुंडका समेत अन्य हिस्सों में धुंध नजर आई।
डीपीसीसी के मुताबिक, सोमवार की देर शाम मुंडका में पीएम2.5 350 और मंगलवार सुबह आठ बजे 340 रिकॉर्ड किया गया। वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक आईटीओ में सोमवार की रात करीब 10 बजे पीएम2.5 का स्तर 458 रहा और मंगलवार सुबह 339 दर्ज किया गया।
बता दें कि दिवाली की रात से दिल्ली-एनसीआर में हवा की सेहत बिगड़ गई थी। सोमवार देर रात दिल्ली और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई थी। इससे पहले दिल्ली का एक्यूआई सोमवार सुबह आठ बजे तक 301 दर्ज किया गया था। वायु मानक एजेंसियों ने पहले ही पूर्वानुमान जता दिया था कि दीपावली की देर रात तक हवा बहुत खराब से लेकर गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। उधर, रविवार को दिल्ली समेत एनसीआर के सभी शहरों की हवा खराब श्रेणी में रही थी।
एनसीआर के अलग-अलग शहरों में रहा ऐसा हाल
यूपीपीसीबी के अनुसार गाजियाबाद के इंदिरापुरम में सोमवार रात 11 बजे पीएम2.5 का स्तर 500 पर पहुंच गया और मंगलवार सुबर आठ बजे के करीब 310 रिकॉर्ड हुआ। वहीं, नोएडा सेक्टर-62 में रात 11 बजे पीएम2.5 का स्तर 500 रिकॉर्ड हुआ। इसी तरह गुरुग्राम के सेक्टर-51 में रात नौ बजे के करीब पीएम2.5 का स्तर 447 रिकॉर्ड हुआ।