- अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए आज पहला जत्था रवाना हो गया। जो कल बाबा के दर्शन कर सकेगा। पहली बार यात्रा के दौरान भूस्खलन वाली जगहों से गुजरते वक्त पत्थरों से बचने के लिए श्रद्धालुओं को हेलमेट पहनना जरूरी कर दिया गया है। बालटाल रूट पर लगभग ढाई-तीन किलोमीटर के टुकड़े में यात्रियों को हेलमेट पहनकर जाना होगा। यह सुविधा श्राइन बोर्ड की ओर से बिना किसी शुल्क के दी जाएगी।
कड़ी सुरक्षा के बीच आज जम्मू के बेस कैंप से पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना किया गया। भगवती नगर बेस कैंप से तड़के चार बजे पारंपरिक पूजा-अर्चना के बाद उपराज्यपाल और अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया। उपराज्यपाल ने श्रद्धालुओं को शुभ यात्रा की शुभकामनाएं दीं। इससे पहले सुरक्षाबलों की रोड ओपनिंग पार्टियों ने हाईवे की चेकिंग के बाद गाड़ियों की रवानगी के लिए गोअहेड दिया था। बता दें कि गुरुवार तक देशभर से यात्रा के लिए भगवती नगर बेस कैंप में 1600 से ज्यादा तीर्थ यात्री पहुंच चुके हैं।
अमरनाथ यात्रा को इस बार तम्बाकू मुक्त घोषित किया गया है मतलब ये कि बालटाल और पहलगाम रूट पर अब तंबाकू या तंबाकू से बने दूसरे प्रोडक्ट नहीं बिकेंगे। पहली बार यात्रा के दौरान भूस्खलन वाली जगहों से गुजरते वक्त पत्थरों से बचने के लिए श्रद्धालुओं को हेलमेट पहनना जरूरी होगा। श्रद्धालु शनिवार को पारंपरिक बालटाल और पहलगाम रूट से पवित्र गुफा की ओर बढ़ेंगे। बालटाल रूट पर लगभग ढाई-तीन किलोमीटर के टुकडे में यात्रियों को हेलमेट पहनकर जाना होगा। यह सुविधा श्राइन बोर्ड की ओर से निःशुल्क दी जाएगी। बालटाल रूट से जाने वाला जत्था शनिवार को ही हिमलिंग के दर्शन करके लौट आएगा। अब तक 3 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। 62 दिनों तक चलने वाली यात्रा की शुरुआत 1 जुलाई से होगी।
पंजीकरण के लिए लगी भक्तों की लंबी कतारें
देशभर से सैकड़ों की संख्या में भोले बाबा के भक्त जम्मू पहुंच रहे हैं। ऐसे में सभी के लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। जिन श्रद्धालुओं का पंजीकरण नहीं हुआ है, उनके लिए शहर में तुरंत पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, जिसका लाभ श्रद्धालु ले सकते हैं। पंजीकरण करवाने के लिए अलग-अलग जगहों पर टोकन लेने के लिए श्रद्धालु लंबी कतारों में सुबह से ही जुट गए हैं। यह सब देख भक्तों के बीच दर्शनों का उत्साह देखते ही बन रहा है और हर जगह बम बम भोले और जय बाबा बर्फानी के जयकारों से शहर गूंज रहा है।
पहलगाम और बालटाल से है अमरनाथ की गुफा के लिए रास्ता
बताते चलें कि श्री बाबा अमरनाथ जी की गुफा में पहुंचने के लिए पहला मार्ग पहलगाम और दूसरा मार्ग बालटाल है। अगर कथा और पुराणों की बात की जाए तो पहलगाम के मार्ग का उसमें जिक्र किया गया है, जबकि बालटाल का रास्ता काफी आसान है और जो यात्री लंबे समय तक नहीं चल पाते, वह अधिकतर बालटाल का रास्ता अपनाते हैं।
इस बार की यात्रा में उमड़ सकती है अपार भीड़
अधिकारिक सूत्रों की बात करें तो इस बार अभी तक तीन लाख के करीब यात्रियों ने अपना पंजीकरण करवाया है, जबकि अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि इस बार यात्रा रिकॉर्ड तोड़ हो सकती है। अगर साल 2022 की बात करें तो उस समय केवल 44 दिन की यात्रा थी जबकि 20 दिन खराब मौसम के चलते यात्रा काफी ज्यादा प्रभावित भी हुई थी।
Flagged off the first batch of Shri Amarnath Ji pilgrims, as they set off to the Holy Cave. Wishing all the devotees a safe and spiritually-fulfilling journey. Prayed to Baba Amarnath for peace, prosperity and happiness to all. pic.twitter.com/R6L6awLq4f
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) June 29, 2023
यात्रियों के लिए इस बार की गई है अतिरिक्त व्यवस्था
इस बार जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से कश्मीर तक अलग-अलग स्थानों पर आपात स्थिति में यात्रियों को रहने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था मुहैया करवाई जाएगी। जिला रामबन के चंदरकोट में 3600 क्षमता वाला यात्री निवास स्थापित किया गया है, क्योंकि इस साल रिकॉर्ड 62 दिन की अमरनाथ यात्रा से जुड़े होटल, टैक्सी ऑपरेटर, ड्राई फ्रूट्स आदि व्यवसाय में तेजी आने की उम्मीद है और व्यापारी वर्ग भी खुश है।
Interacted with pilgrims of Shri Amarnath Ji Yatra who have arrived at Yatri Niwas at Jammu. Extended my warm wishes to all for a pleasant stay and blissful pilgrimage. pic.twitter.com/6hMqlyfIxj
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) June 29, 2023