Lucknow: यूपी पुलिस दरोगा भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रही छात्रा की मौत के मामले में महानगर पुलिस ने नामजद आरोपी पवन बरनवाल को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। मूल रूप से सीतापुर के सिधौली स्थित नरोत्तमनगर निवासी पवन पेपर मिल कॉलोनी के भीखमपुर में किराए पर रहता था। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हत्या की धारा को हटाते हुए आत्महत्या के उकसाने की धारा लगाई है। वहीं, मामले में दुष्कर्म की धारा अभी लगी हुई है।
डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी पवन ने कोर्ट में आत्मसर्मपण के लिए वकील के माध्यम से अर्जी डाली थी। पुलिस की दो टीमें उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही थी। मंगलवार देर रात महानगर पुलिस ने आरोपी पवन को खाटू श्याम मंदिर के पास से गिरफ्तार किया। आरोपी पवन बैडमिंटन कोच है। इंस्पेक्टर महानगर अखिलेश मिश्र के मुताबिक पूछताछ में आरोपी पवन ने बताया कि 30 अप्रैल को छात्रा को उसने मिलने के लिए अपने कमरे बुलाया था। कमरे में दोनों के बीच विवाद हुआ था। जिसके बाद छात्रा ने फंदा लगाकर जान दे दी थी।
इंस्पेक्टर ने बताया कि हजरतगंज इलाके की रहने वाली छात्रा 30 अप्रैल की सुबह घर से कोचिंग जाने की बात कहकर निकली थीं। शाम को उसका शव परिचित पवन के कमरे में पड़ा मिला था। छात्रा के पिता ने पवन के खिलाफ दुष्कर्म, हत्या और एसीएसटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी थी। छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हैंगिंग आया था।
एसटीएफ ने कोकिन और सिंथेटिक ड्रग्स मेफेड्रान (एमडी) की तस्करी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को मंगलवार देर रात इंदिरानगर से गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 25 ग्राम कोकिन और 50 ग्राम सिंथेटिक ड्रग्स बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि आरोपी दिल्ली में एक नाइजीरियन से ड्रग्स लेकर आता था। एसटीएफ गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता कर रही है।
एसटीएफ डीएसपी अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मंगलवार रात इंदिरानगर इलाके में सेक्टर-8 स्थित रेडियाे कॉलोनी के पास प्रेरणा पार्क के सामने से एक युवक को पकड़ा गया। तलाशी में उसके पास से कोकिन, सिंथेटिक ड्रग्स मेफेड्रान, दो एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड, एक डीएल, एक मोबाइल और 1020 रुपये बरामद हुए। कोकीन की कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 25 लाख रुपये बताई जा रही है। मेफेड्रॉन की कीमत करीब पांच लाख रुपये बताई जा रही है है। पूछताछ में पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम आलमबाग स्थित प्रेमनगर निवासी प्रेमबाबू उर्फ राजकुमार बताया।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह एक प्रतिष्ठित होटल में काम करता था। होटल में ही उसकी मुलाकात ड्रग्स की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्यों से हुई। वह ऑन डिमांड ड्रग्स की सप्लाई करते थे। वह उन लोगों के साथ मिलकर ड्रग्स की तस्करी करने लगा। अधिक कमाई होने पर उसने होटल की नौकरी छोड़ दी। आरोपी होटलों और बार में पार्टी करने वाले युवाओं को ऑन डिमांड ड्रग्स की सप्लाई करता है।
आरोपी प्रेमकुमार ने कबूला कि ड्रग्स की सप्लाई लेने के लिए दिल्ली फ्लाइट से जाता था। दिल्ली के पालमपुर इलाके वह एक नाइजीरियन से मिलता था। उसी से ड्रग्स की सप्लाई लेकर बस से लौटता था। आरोपी ने बताया कि मंगलवार सुबह ही दिल्ली फ्लाइट से ड्रग्स की सप्लाई लेने के लिए गया था। इसके बाद बस से ड्रग्स लेकर आया था।