उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में प्राथमिक विद्यालयों की हालत काफी खराब है। अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। किसी स्कूल में एक-एक शिक्षक से काम चलाया जा रहा है। कहीं भवन की दीवारों में दरार से पेड़ की शाखाएं निकल रही हैं। जिससे हादसा हो सकता है।
एक-एक शिक्षक के सहारे चल रहे विद्यालय
मवीखुर्द के पूर्व माध्यमिक विद्यालय और बड़ौत के प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीबाई में सिर्फ एक-एक शिक्षक तैनात हैं। इससे दोनों ही विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पुष्पा कुमारी ने बताया कि स्कूल में 113 छात्र पंजीकृत हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल में वह अकेली शिक्षिका हैं। पूर्व माध्यमिक विद्यालय मवीखुर्द के प्रभारी प्रधानाध्यापक दीपक का कहना है कि स्कूल में वह अकेले जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
दीवारों से निकल रहीं पेड़ की शाखाएं
प्राथमिक विद्यालय कैड़वा के भवन की हालत खराब है। भवन में नमी बनी रहती है, इससे दीवारों में दरार पड़ गई हैं। उनसे पेड़ों की शाखाएं निकल रही हैं। स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका अनिता का कहना है कि कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, मगर समस्या का समाधान नहीं हुआ है। दीवार में दरार आने से हादसे का डर बना रहता है।
दीवार टूटने से विद्यालय में रहता है पशुओं का जमावड़ा
फजलपुर सुंदरनगर के कंपोजिट विद्यालय की चहारदीवारी तीन साल से टूटी हुई है। इस कारण विद्यालय में आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिल कुमार ने बताया कि कई बार अधिकारियों से स्कूल की दीवार का निर्माण कराने की मांग की जा चुकी है, मगर समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
बीएसए कार्यालय में जाकर दब जाती हैं समस्याएं
विद्यालयों से समस्याओं के समाधान के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराए जाने की बात कही जा रही है तो बीएसए कार्यालय में बिजली कनेक्शन नहीं होने, पानी की समस्या, जर्जर भवन आदि की समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है। इसके बाद भी बीएसए कार्यालय में जाकर समस्याएं दब जाती हैं।
प्राथमिक विद्यालय कैड़वा की दीवार की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो गई है। फजलपुर के विद्यालय की चहारदीवारी के बारे में जानकारी नहीं है। विद्यालय का निरीक्षण कर दीवार का निर्माण कराया जाएगा।
-डॉ. बिजेंद्र कुमार, बीईओ बिनौली
इस बारे में शासन को पत्र भेजकर अवगत कराया जा चुका है। स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू होते ही शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी। -प्रकाश चंद, बीईओ बड़ौत