[ad_1]

गोपीगंज निवासी सुमित सिंह
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
22 राज्य और 42 दिन का लंबा सफर। नशामुक्ति की मशाल उठाए गोपीगंज निवासी सुमित सिंह ने अपने अभियान के माध्यम से पांच करोड़ लोगों तक अपनी पहुंच बनायी। होली के ठीक पहले मंगलवार को अपना अभियान पूरा कर गोपीगंज स्थित अपने आवास पहुंचे। अमर उजाला से बातचीत में सुमित सिंह कहते हैं कि अभियान तब ही पूरा कहा जाएगा, जब अभियान का लक्ष्य पूरा होगा यानि हमारा देश पूरी तरह से नशा मुक्त हो जाएगा।
आज अगर देश की सबसे बड़ी समस्या के रूप में बात किया जाए तो ज्यादातर लोग युवाओं में नशे की लत को बताएंगे। देश की बड़ी आबादी अपनी उर्जा नशे के कारण बर्बाद कर रही है। अक्सर नशा मुक्ति को लेकर तमाम अभियान चलाए जाते हैं। जिससे युवाओं को नशे की लत से निकाला जा सके। सुमित सिंह भी इसी उद्देश्य को लेकर काम कर रहे हैं।
युवाओं में नशे की बढ़ती लत को देखकर इन्होंने 2014 से काशीयाना फाउंडेशन की नींव डाली और अपने दोस्तों के साथ नशामुक्ति के लिए कार्य करना शुरू किया। शुरूआत में इन्होंने कई चुनौतियों का भी सामना किया, लेकिन धीरे-धीरे लोग इनके अभियान से जुड़ते गए और नशामुक्ति अभियान को लेकर इनका उत्साह बढ़ता गया। 2020 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मन की बात कार्यक्रम में सुमित का जिक्र करते हुए इनके कार्यों को सराहा। सुमित कहते हैं कि भारत की भावी पीढ़ियां, सुसंस्कृत, शिक्षित, सभ्य और शारीरिक तौर पर मजबूत रहें। यहीं इनके अभियान का लक्ष्य था। इनके साथ ही इनकी यात्रा में उपाध्यक्ष आशीष गुप्ता, सह सचिव धनंजय यादव, आशीष राय व आशीष कुमार शामिल रहे।
[ad_2]
Source link