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उस दौर में सहकारी समिति के संचालक रहे गांव शादीपुर निवासी 88 वर्षीय चौधरी रामपाल सिंह बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव ट्रेन से बिजनौर पहुंचे। बिजनौर रेलवे स्टेशन से शादीपुर तक कार से गए थे। उन्होंने सहकारी समिति के खाद गोदाम का उद्घाटन किया। मुलायम सिंह यादव ने संबोधन में किसानों की बात की थी। उस समय किसानों के लिए ऋण सुलभ नहीं था और ज्यादातर किसान ऋण लेने के लिए साहूकारों पर निर्भर रहते थे। मुलायम सिंह यादव ने अपने संबोधन में समिति के कर्मचारियों और संचालक मंडल से किसानों को अधिक से अधिक ऋण देने की अपील की थी।
रामविलास पासवान के समर्थन में प्रचार को पहुंचे थे हल्दौर
बिजनौर लोकसभा सीट पर 1985 में हुए उपचुनाव के दौरान जनतादल प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री रहे रामविलास पासवान के समर्थन में मुलायम सिंह यादव ने हल्दौर पहुंचकर प्रचार किया था।
शराबी पति को काबू में करने के लिए उठा लो बेलन…
शराब पीकर तंग करने वाले पति से परेशान होने की जरूरत नहीं है, अगर उन्हें काबू करने के लिए बेलन उठाना पड़े तो पीछे मत हटना। मेरा समर्थन तुम्हारे साथ है। यह बात मुलायम सिंह यादव ने जनसभा में मौजूद महिलाओं से कही थी। दरअसल 10 दिसंबर 1993 को तत्कालीन विधायक सतीश कुमार गौतम के अनुरोध पर नगीना के हिंदू इंटर कॉलेज में मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे।
सपा विधायक मनोज पारस का कहना है कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से उन्हें गहरा आघात पहुंचा है। वह कहते हैं कि मुलायम सिंह यादव जुबान के बहुत पक्के तथा वायदा निभाने वाले नेताओं में शुमार थे। उन्होंने बताया कि 2009 के लोकसभा चुनाव में जब उन्हें पार्टी ने नगीना लोकसभा से टिकट देकर उनका टिकट काट दिया तो वह इस बात की नाराजगी जताने नेता जी से मिलने लखनऊ गए थे। मुलायम सिंह यादव द्वारा यशवीर सिंह को ही नगीना सीट पर लड़ाने की बात कहने के बाद वह निराश होकर जब उनके आवास से बाहर निकल आए तो नेता जी उन्हें अपने गाड़ी में बिठाकर पार्टी कार्यालय ले गए। उनसे वायदा किया कि यशवीर सिंह को जिताकर भेजो, 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा सरकार बनने पर तुम्हें मंत्री बनाकर इनाम दिया जाएगा। मनोज पारस बताते हैं कि 2012 में मुलायम सिंह यादव ने उनसे किया गया अपना वायदा निभाते हुए उन्हें बिना किसी सिफारिश के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री बनवाया था। विधायक बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव उनके 2007 के विधानसभा चुनाव में तथा 2009 के लोकसभा चुनाव में जनसभा करने नगीना आए थे।
पूर्व विधायक और अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन रहे शेख सुलेमान की शादी में साल 1991 में मुलायम सिंह यादव हेलीकाप्टर से अफजलगढ़ पहुंचे थे। मुलायम सिंह यादव वर्ष 1996 में भी अफजलगढ़ में चुनाव प्रचार करने आए। वहीं द्वारिकेश शुगर मिल के उद्घाटन के कार्यक्रम में भी शामिल होने के लिए अफजलगढ़ आना था, लेकिन किन्ही कारणों से कार्यक्रम रद्द होने के बाद अमर सिंह उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। इसके बाद वर्ष 2002 से वर्ष 2006 तक मुलायम सिंह यादव ने शेख सुलेमान से विशेष लगाव रहने के चलते उन्हें सरकार में अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन के रूप में मनोनीत किया।
धामपुर विधानसभा सीट से रहा गहरा लगाव
मुलायम सिंह यादव का धामपुर की धरती से बेहद लगाव रहा है। मुलायम सिंह यादव का धामपुर में तीन बार सपा प्रत्याशी रहे मूलचंद चौहान के समर्थन में चुनावी सभा करने के लिए आना हुआ। अन्य कई बार जब वह अफजलगढ़ या बिजनौर में आए। तभी उनका धामपुर में नौरंगाबाद गांव में स्वागत हुआ।
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