चंदौली के सरैया गांव में छठ पूजा के दौरान सोमवार सुबह जर्जर पुलिया भरभराकर गिर गई। इससे पुल पर बैठे 15 से अधिक लोग नहर में गिर गए। जिसके बाद मौके पर अफरातफरी की स्थिति हो गई। ग्रामीणों ने सक्रियता दिखाते हुए नहर में गिरे लोगों को बाहर निकाल लिया। घटना में कई लोगों को मामूली चोटें आईं।
चकिया थाना क्षेत्र के सरैया गांव में छठ पूजा के लिए व्रती महिलाएं परिजनों के साथ सोमवार सुबह सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए राइट कर्मनाशा नहर पहुंची थीं। नहर के बीच कमर भर पानी में खड़े होकर व्रती महिलाएं भगवान भास्कर के उदय होने की प्रतीक्षा कर रही थीं। वहीं नहर के पुलिया के ऊपर दर्जनों लोग बैठे हुए थे।
भगवान भास्कर की कृपा से बची जान
इस दौरान पुलिया का जर्जर हो चुका एक हिस्सा अत्यधिक भार के कारण भरभराकर नहर में गिर गया, जिससे उस पर बैठे दर्जनों लोग नहर में गिर गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने नहर में कूदकर लोगों को आनन-फानन बाहर निकाला। हालांकि कुछ लोगों को चोटें आयीं।
इस दौरान थोड़ी देर तक अफरातफरी का माहौल हो गया। हादसे को लेकर व्रतियों ने कहा कि यह भगवान भास्कर की कृपा है कि इतने बड़े हादसे के बाद भी लोगों की जान बच गई।
चंदौली के सरैया गांव में छठ पूजा के दौरान सोमवार सुबह जर्जर पुलिया भरभराकर गिर गई। इससे पुल पर बैठे 15 से अधिक लोग नहर में गिर गए। जिसके बाद मौके पर अफरातफरी की स्थिति हो गई। ग्रामीणों ने सक्रियता दिखाते हुए नहर में गिरे लोगों को बाहर निकाल लिया। घटना में कई लोगों को मामूली चोटें आईं।
चकिया थाना क्षेत्र के सरैया गांव में छठ पूजा के लिए व्रती महिलाएं परिजनों के साथ सोमवार सुबह सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए राइट कर्मनाशा नहर पहुंची थीं। नहर के बीच कमर भर पानी में खड़े होकर व्रती महिलाएं भगवान भास्कर के उदय होने की प्रतीक्षा कर रही थीं। वहीं नहर के पुलिया के ऊपर दर्जनों लोग बैठे हुए थे।
भगवान भास्कर की कृपा से बची जान
इस दौरान पुलिया का जर्जर हो चुका एक हिस्सा अत्यधिक भार के कारण भरभराकर नहर में गिर गया, जिससे उस पर बैठे दर्जनों लोग नहर में गिर गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने नहर में कूदकर लोगों को आनन-फानन बाहर निकाला। हालांकि कुछ लोगों को चोटें आयीं।