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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को आगरा की मेट्रो ट्रेन मॉडल का वर्चुअल अनावरण करेंगे। गुजरात के सालवी में एलस्टॉम कंपनी मेट्रो ट्रेन के इन कोचों को बना रही है। आगरा के लिए कुल 84 कोच बनेंगे। 28 मेट्रो ट्रेनें आगरा को मिलेंगी। प्रत्येक ट्रेन में तीन कोच होंगे। इनमें आगे-पीछे दो ड्राइविंग कार और बीच में एक ट्रेलर कार कोच हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 दिसंबर 2020 को आगरा मेट्रो परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास किया था। 8380 करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने यूरोपियन निवेश बैंक से करीब 4500 करोड़ रुपये का ऋण लिया है। मार्च 2024 तक आगरा में छह स्टेशन के बीच मेट्रो ट्रायल का लक्ष्य है।
छह मेट्रो स्टेशन हैं निर्माणाधीन
पहले चरण में तीन एलिवेटिड व तीन भूमिगत मेट्रो स्टेशन निर्माणधीन हैं। एलिवेटिड सेक्शन पर 283 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जबकि 112 करोड़ रुपये से डिपो बन रही है। एलिवेटिड सेक्शन व डिपो में ट्रैक बिछाने का काम शुरू हो चुका है। सिकंदरा से ताजपूर्वी गेट तक प्रस्तावित 14 किमी. लंबे पहले कॉरिडोर में 13 स्टेशन हैं।
जनवरी 2020 में यूपीएमआरसी ने बॉम्बार्डियर कंपनी से मेट्रो ट्रेन कोच बनाने का करार किया था। फिर एलस्टॉम ने बॉम्बार्डियर कंपनी को खरीद लिया। इसके बाद कानपुर और आगरा मेट्रो के लिए एलस्टॉम 2051 करोड़ रुपये की लागत से कुल 67 ट्रेन बना रही है। कानपुर के लिए पहली ट्रेन की डिलीवरी हो चुकी है। इनमें 39 ट्रेन कानपुर व 28 ट्रेन आगरा आएंगी।
रिमोट से करेंगे मेट्रो रेल के मॉडल का अनावरण
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट निदेशक अरविंद राय के अनुसार सीएम रिमोट से ट्रेन के मॉडल का अनावरण करेंगे। डिपो का निरीक्षण होगा। उन्होंने बताया कि डिपो में 70 फीसदी ढांचागत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री डिपो में पौधा भी रोपेंगे। भाजयुमो के प्रदेश प्रशिक्षण वर्ग में भी शामिल होंगे।
आगरा मेट्रो आंकड़ों के नजर से
- 8380 करोड़ रुपये की मेट्रो परियोजना
- 2024 मार्च तक मेट्रो ट्रायल का लक्ष्य
- 1820 करोड़ से 7 भूमिगत स्टेशन निर्माणधीन हैं।
- 283 करोड़ से 3 एलिवेटिड स्टेशन निर्माणधीन हैं।
- 112 करोड़ से पहली मेट्रो डिपो निर्माणधीन है।
मेट्रो प्रोजेक्ट की टाइम लाइन
- 2014 में मेट्रो प्रोजेक्ट की घोषणा हुई।
- 2015 में राइट्स ने डीपीआर बनाई।
- 2016 में डीपीआर राज्य सरकार से मंजूर।
- 2017 में यूपीएमआरसी को प्रोजेक्ट मिला।
- 2019 में केंद्र सरकार से प्रस्ताव मंजूर हुआ।
- 2020 में सुप्रीम कोर्ट से प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली।
- 2020 में पीएम मोदी ने शिलान्यास किया।
- 2024 तक मेट्रो ट्रायल का लक्ष्य है।
- – 2026 तक मेट्रो प्रोजेक्ट पूरा होना है।
विस्तार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को आगरा की मेट्रो ट्रेन मॉडल का वर्चुअल अनावरण करेंगे। गुजरात के सालवी में एलस्टॉम कंपनी मेट्रो ट्रेन के इन कोचों को बना रही है। आगरा के लिए कुल 84 कोच बनेंगे। 28 मेट्रो ट्रेनें आगरा को मिलेंगी। प्रत्येक ट्रेन में तीन कोच होंगे। इनमें आगे-पीछे दो ड्राइविंग कार और बीच में एक ट्रेलर कार कोच हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 दिसंबर 2020 को आगरा मेट्रो परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास किया था। 8380 करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने यूरोपियन निवेश बैंक से करीब 4500 करोड़ रुपये का ऋण लिया है। मार्च 2024 तक आगरा में छह स्टेशन के बीच मेट्रो ट्रायल का लक्ष्य है।
छह मेट्रो स्टेशन हैं निर्माणाधीन
पहले चरण में तीन एलिवेटिड व तीन भूमिगत मेट्रो स्टेशन निर्माणधीन हैं। एलिवेटिड सेक्शन पर 283 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जबकि 112 करोड़ रुपये से डिपो बन रही है। एलिवेटिड सेक्शन व डिपो में ट्रैक बिछाने का काम शुरू हो चुका है। सिकंदरा से ताजपूर्वी गेट तक प्रस्तावित 14 किमी. लंबे पहले कॉरिडोर में 13 स्टेशन हैं।
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