लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक कोरोना संक्रमित मरीज मिला है। कुछ दिन पूर्व धार्मिक यात्रा से लौटे बुजुर्ग की तबियत बिगड़ी, जिसके बाद परिजनों ने बुजुर्ग को एसजीपीजीआई में भर्ती कराया, जहां मंगलवार को मरीज की जांच रिपोर्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
दरअसल, कोरोना वायरस के नए सब वैरिएंट जेएन.1 का असर बढ़ता ही जा रहा है। यूपी में बीते 24 घंटे में 10 नए मामले मिले हैं। जिसके बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 30 पहुंच गई है। लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनबी. सिंह ने बताया है कि अलीगंज निवासी बुजुर्ग बीते दिनों धार्मिक यात्रा पर गए थे, वहां से लौटने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद परिजनों ने उन्हें एसजीपीजीआई में भर्ती कराया। जहां पर जांच में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई है। हालांकि स्वास्थ्य ठीक होने पर उन्हें घर वापस भेज दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने मंगलवार को फिर दोहराया कि देश में कोविड संक्रमण की स्थिति पर निरंतर नजर रखी जा रही है और घबराने की आवश्यकता नहीं है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना के सक्रिय मामले 19 मई से अभी तक 1010 तक पहुंच गए हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉक्टर राजीव बहल ने कहा है कि देश में कोविड संक्रमण की स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और फिलहाल चिंता की बात नहीं है। देशभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस के नए वैरिएंट जेएन.1 के तेजी से बढ़ने से संबंधित अधिकारियों की सक्रियता आरंभ हो गई है। स्वास्थ्य सेवा के सभी संस्थानों को सतर्क रहने का कहा गया है और सभी आवश्यक उपचार सुविधाएं तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। केरल में सक्रिय मामले सबसे अधिक हैं। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार केरल 430 सक्रिय मामलों के साथ सबसे आगे है।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अभी तक कोरोना वायरस से छह लोगों की मौत हो गई है। महाराष्ट्र में इस जानलेवा वायरस ने तीन लोगों की मौत हो गई, केरल में दो और कर्नाटक में एक मरीज की मौत हो गई है। डॉ. बहल ने कहा कि देश में कोविड संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, हालांकि इन्हें लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की सभी एजेंसियां स्थिति पर बारीकी से निगाह रख रही हैं और उचित समय पर तुरंत कदम उठा लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण की गंभीरता बहुत कम है और लोगों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में कोविड संक्रमण से निपटने के लिए कई तरह की वैक्सीन मौजूद हैं। देशभर में कोविड संक्रमण के संदिग्ध मामलों की जांच की जा रही है।