वाराणसी के अस्पातलों में डेंगू वार्ड – फोटो : अमर उजाला
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डेंगू संक्रमण पर नियंत्रण के लिए विभाग स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी सुविधाओं का दावा तो कर रहा है, लेकिन यहां व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। भर्ती से लेकर जांच, इलाज के लिए मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। अमर उजाला की पड़ताल में शुक्रवार को जिले में स्वास्थ्य केंद्रों में पर प्लेटलेट जांच की सुविधा नहीं मिली, जबकि कुछ केंद्रों पर भर्ती की सुविधा भी नहीं मिली। सीएचसी चोलापुर मे 9 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है जो इस समय फुल है। प्लेटलेट्स जांच मशीन खराब होने से यहां जांच ठप है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरबी यादव का कहना है कि मशीन बनने की प्रक्रिया में है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर के तहत आने वाले गांव में भी फागिंग नहीं हो पा रही है। यही कारण है कि मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।
फीवर हेल्प डेस्क न होने से बढ़ी परेशानी
चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फीवर हेल्प डेस्क भी नहीं बना है जिससे लोगों को जागरूक किया जा सके। सीएचसी नरपतपुर में छह बेड का डेंगू वार्ड बना दिया गया है, लेकिन पीएचसी चिरईगांव में अब तक डेंगू वार्ड न बनने की वजह से मरीजों को मजबूरन सीएचसी नरपतपुर सहित अन्य केंद्रों पर जाना पड़ रहा है। केंद्र प्रभारी राजनाथ सिंह ने बताया कि बीते एक सप्ताह में 15 से अधिक डेंगू के मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। दीनदयाल और बीएचयू में भेजा जाए डेंगू मरीजों का सैंपल
जिले में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए और स्वास्थ्य विभाग ने जांच पर विशेष जोर दिया है। इसके लिए निजी अस्पतालों से दीनदयाल अस्पताल और बीएचयू स्थित लैब में ही जांच का सैंपल भेजने की सलाह दी है। सीएमओ ने सभी निजी अस्पतालों से एनएस-1 पॉजिटिव मरीजों की एलाइजा पुष्टि के लिए भी इन्हीं दोनों (बीएचयू, दीनदयाल अस्पताल प्रयोगशाला) अस्पताल में सैंपल भेजने का निर्देश दिया है। साथी पॉजिटिव मरीजों की फोन नंबर सहित सभी डाटा सीएमओ कार्यालय को भी देने को कहा है।
डेंगू संक्रमण पर नियंत्रण के लिए विभाग स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी सुविधाओं का दावा तो कर रहा है, लेकिन यहां व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। भर्ती से लेकर जांच, इलाज के लिए मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। अमर उजाला की पड़ताल में शुक्रवार को जिले में स्वास्थ्य केंद्रों में पर प्लेटलेट जांच की सुविधा नहीं मिली, जबकि कुछ केंद्रों पर भर्ती की सुविधा भी नहीं मिली।
सीएचसी चोलापुर मे 9 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है जो इस समय फुल है। प्लेटलेट्स जांच मशीन खराब होने से यहां जांच ठप है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरबी यादव का कहना है कि मशीन बनने की प्रक्रिया में है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर के तहत आने वाले गांव में भी फागिंग नहीं हो पा रही है। यही कारण है कि मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।