वीडियो वायरल होने के बाद अचानक जिला अस्पताल पहुंचे डीएम

0
121

बाराबंकी : बीते दिनों जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बाहर से इंजेक्शन लिखे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंगलवार को डीएम शशांक त्रिपाठी ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम ने ओपीडी, पर्चा काउंटर, दवा काउंटर और ट्रामा सेंटर वार्ड समेत अन्य जगहों का निरीक्षण किया। साथ ही डाक्टरों को बाहर की दवा न लिखने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने साफ कहा कि अगर किसी तरह की शिकायत सामने आई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान स्टाफ में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। वहीं जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो के मामले में डीएम ने जांच किए आदेश भी दिए हैं।

रफी अहमद किदवई जिला पुरुष अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बुधवार दोपहर अचानक डीएम शशांक त्रिपाठी का काफिला पहुंच गया। जिसे देखकर ट्रामा सेंटर में मौजूद स्वास्थ्यकर्मी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गये। ट्रामा सेंटर में पहुंचे डीएम ने स्वास्थ्यकर्मियों से बातचीत की और वार्ड में भर्ती मरीजों का हाल-चाल जाना। साथ ही साफ सफाई आपकी व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने की निर्देश दिए। इमरजेंसी वार्ड में एंबुलेंस, स्टॉक रजिस्टरों व भर्ती रजिस्टर का निरीक्षण करते हुए अस्पताल परिसर में मरीज व तमीरदारों से अस्पताल में मिल रहे इलाज व अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सीएमओ से भी बीते दिन बाहर से दवाई लिखने जाने के वायरल वीडियो के संबंध में पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक डीएम ने वायरल वीडियो के संबंध में जांच के भी आदेश दिए हैं। डीएम ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत की। चिकित्सकों से दवाओं की उपलब्धता और स्वास्थ्य सेवाओं सम्बन्धी जानकारी ली।

जिलाधिकारी ने ओपीडी में पंजीकरण काउंटर पर लाइन में खड़े संदीप कुमार सहित अन्य कई लोगों से पूछा कि कितनी देर से लाइन में खड़े हो, पर्चा बनने में समस्या आ रही है। इस पर लाइन में खड़े लोगों ने बताया कि नहीं। इसके बाद एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर नेत्र चिकित्सक से बातचीत की। जिसपर नेत्र चिकित्सक द्वारा बताया गया कि मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद मरीज की समस्या बढ़ जाने पर लखनऊ रेफर किया गया है। इसके बाद जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड बनने की प्रक्रिया सम्बन्धी जानकारी ली और इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। औषिधि भंडार में औषधियों की उपलब्धता सम्बन्धी जानकारी ली, औषधि वितरण के लिये बने चार्ट और दवाओं की उपलब्धता को भी देखा। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रकार की जरूरी औषधियां हर समय अस्पताल में उपलब्ध रहनी चाहिए, साथ ही सम्बन्धित अधिकारी यह सुनिश्चित कर ले कि चिकित्सक मरीजों को बाहर से दवाएं न लिखें।

यह भी पढ़ें -  मैनपुरी नरसंहार: घर में बिखरीं लाशें और खून ही खून, पांच कत्ल और खुदकुशी के बाद गांव में मातमी सन्नाटा

इसके बाद डीएम ने एक्स-रे सम्बन्धी जानकारी ली। नाक-कान, गला, बाल रोग, दांत, चर्म रोग आदि विभागों की ओपीडी में पहुंचकर चिकित्सकों व वहां उपस्थित मरीजों से स्वास्थ्य सेवाओं के विषय में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद जिलाधिकारी ने जिरियाट्रिक वार्ड का निरीक्षण किया, जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि मरीजों के पास टेबल पर उनकी बीमारी सम्बन्धी फाइल उपलब्ध रहनी चाहिए और मरीजों को समय से सभी दवाएं खिलाई जाएं। इसके उपरांत पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों और उनके परिजनों से बातचीत की और चिकित्सकों को निर्देशित किया कि सभी जरूरी न्यूट्रिशन समय से दिए जाएं। डीएम ने आर्थो वार्ड में भर्ती एक बुजुर्ग महिला से बातचीत की और दवाओं सहित खाने पीने की उपलब्धता सम्बन्धी जानकारी ली। डायलिसिस और डिजिटल एक्स-रे वार्डो में मरीजों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं सम्बन्धी जानकारी ली। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अवधेश कुमार यादव सहित सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here