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आरपीएफ के आर.वर्मा ने कहा कि डॉग डॉन जब आरपीएफ में लाया गया, तब इसकी उम्र दो महीने थी। वर्ष 2016 में वह रेलवे सुरक्षा बल के डॉग स्क्वायड में शामिल हुआ। तमिलनाडु में छह महीने तक डॉन को विशेष प्रशिक्षण दिलाया गया। डॉन ने आरपीएफ के कई मामलों में मदद की। डकैती और चोरी के मामलों को सुलझाने में इसका इस्तेमाल किया गया। डॉन की मदद से कई आपराधिक मामलों का खुलासा हुआ। कई अपराधी पकड़वाए।
#WATCH:Mathura| RPF dog ‘Don’ gets a new owner as he retires after service of 7 years
“I received him when he was 2 months old. I trained him &raised him like my child.Due to some medical condition,he is unable to discharge govt duties & hence he has been auctioned: R Verma,RPF pic.twitter.com/wPWIPt0jLd
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 14, 2022
आरपीएफ के डॉग डॉन को 31 अगस्त 2025 में रिटायर होना था, लेकिन रीढ़ की हड्डी के कारण उसे 12 सितंबर 2022 को मेडिकली अनफिट कर दिया। इसके बाद मंगलवार को इसकी नीलामी कर दी गई।
मथुरा के गोवर्धन चौराहा निवासी वरुण सक्सेना ने 10500 रुपये में डॉन को खरीदा है। वरुण ने बताया कि ट्रेंड डॉग पाकर वे बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि डॉन को अपने परिवार के सदस्य की तरह रखेंगे।
आरपीएफ के श्वान दस्ते ने नीलामी के बाद डॉग डॉन को भावुक विदाई दी। डॉन को फूलों की माला पहनाई गई। उनका कहना था कि सात साल की सेवा के बाद डॉन को अब नया घर मिल गया है।
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