मानसूनी बारिश पहाड़ों पर से लेकर मैदानी इलाकों तक कहर बरपा रही है। कहीं-कहीं बारिश नहीं हो रही उसके बावजूद वहां से निकलने वाली नदियां उफान पर हैं। शहारनपुर से निकलने वाली नदियां भी इस समय उफान पर हैं। शनिवार की सुबह शिवालिक पहाड़ियों से निकलने वाली सभी बरसाती नदियों में पानी आ गया। दोपहर के समय जलस्तर बढ़ने से नदियां पूरे उफान पर आ गईं।
जिसके चलते शाकंभरी देवी में खोल (नदी) में पानी आने पर पुलिस ने अलर्ट जारी करते हुए श्रद्धालुओं को बाबा भूरादेव मंदिर से वापस करना शुरू कर दिया। माइक से अनाउंसमेंट कर पुलिसकर्मी लगातार श्रद्धालुओं को नदी की तरफ जाने से मना करते रहे।
वहीं सिद्ध पीठ में दर्शनों के लिए पहले से गए हुए श्रद्धालुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। इसके अलावा बरसाती नदियों में पानी के चलते क्षेत्र के दर्जनों गांव का तहसील व जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। बेहट-शाकंभरी देवी व बेहट-बिहारीगढ़ रूट भी बंद रहने से बसों का संचालन भी नहीं हो सका।
पहाड़ों पर हो रही बरसात से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में हथिनी कुंड बैराज से पूर्वी यमुना और पश्चिमी यमुना नहरों को फिर से बंद कर दिया गया है। पीछे से आ रहे पानी को बैराज में लगातार सीधा यमुना में छोड़ा जा रहा है। बैराज के नियमों के अनुसार, 80 हजार क्यूसेक से अधिक पानी होने पर दोनों नहरों को बंद कर पानी सीधा छोड़ा जाता है।