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एटा के जलेसर के बड़ा बाजार निवासी सराफा कारीगर का शव शुक्रवार रात बाजरा के खेत में पड़ा मिला था। पुलिस ने रविवार को हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि रुपयों के लालच में उसके दो दोस्तों ने बोरे से मुंह दबाकर गोपाल की हत्या की। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मृतक की बाइक सहित जूते व मोबाइल फोन, हत्या में प्रयुक्त बोरा आदि बरामद किया है। उधर, घटना के खुलासे से परिजन असहमत हैं। उन्होंने सवाल खड़े किए हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाहा ने बताया कि कस्बा के मोहल्ला पोस्तीखाना निवासी 22 वर्षीय गोपाल 31 अगस्त को कस्बे के चिंताहरण मंदिर में पूजा करने के लिए गया था। उसके दोस्त थाना क्षेत्र के गांव नगला धनी निवासी प्रेमरतन व अलीगढ़ के अकराबाद थाना निवासी विष्णुदेव उर्फ आकाश ने उसके मोबाइल पर कॉल किया और दोनों मंदिर जा पहुंचे। वहां से तीनों बाइक से ठेके पर पहुंचे और शराब खरीदी। गांव नगला बबूल के पास शराब पी। इसके बाद बाजरे के खेत में ले जाकर बोरे से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी।
रुपयों के लालच में की हत्या
एएसपी ने बताया कि युवक के दोनों दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। गोपाल सुनार था, उसके परिजन के पास अच्छी रकम होने की संभावना चलते रुपयों के लालच में दोस्तों ने यह वारदात की। हत्या करने के बाद उसके शव को बाजरा के खेत में छिपा दिया। इसके बाद गोपाल के मोबाइल से फोन कर उसके परिजन से फिरौती मांगी। वहीं मृतक के पिता मुकेश का कहना है कि पुलिस ने गोपाल के जो दोस्त बताए हैं, वह उसके दोस्त नहीं हैं। लेकिन पुलिस ने उनकी एक बात नहीं सुनी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी हो रहा विरोधाभास
पुलिस ने बोरे से मुंह बंद कर हत्या किया जाना बताया है। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट इसका विरोधाभास कर रही है। शनिवार को कराए गए पोस्टमार्टम में सिर की हड्डियां टूटी होने की बात सामने आई। सिर में चोट लगने की वजह से मौत की बात कही गई है। उसकी मौत 24 घंटे पहले होना बताया गया है।
नौकरी छोड़ने पर मिल रही थी धमकी
मृतक के पिता मुकेश का कहना है पुत्र कस्बा के एक व्यापारी के यहां नौकरी करता था। चार माह पूर्व उसने वहां नौकरी छोड़ दी थी। इसकी वजह से उसको धमकी मिल रही थीं। कई बार वह धमकी दे चुका था। मुकेश का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं। यह भी कहना है यह सारी बातें पुलिस को बताई थीं। लेकिन पुलिस ने पता नहीं किस तरह खुलासा कर दिया।
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एटा के जलेसर के बड़ा बाजार निवासी सराफा कारीगर का शव शुक्रवार रात बाजरा के खेत में पड़ा मिला था। पुलिस ने रविवार को हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि रुपयों के लालच में उसके दो दोस्तों ने बोरे से मुंह दबाकर गोपाल की हत्या की। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मृतक की बाइक सहित जूते व मोबाइल फोन, हत्या में प्रयुक्त बोरा आदि बरामद किया है। उधर, घटना के खुलासे से परिजन असहमत हैं। उन्होंने सवाल खड़े किए हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाहा ने बताया कि कस्बा के मोहल्ला पोस्तीखाना निवासी 22 वर्षीय गोपाल 31 अगस्त को कस्बे के चिंताहरण मंदिर में पूजा करने के लिए गया था। उसके दोस्त थाना क्षेत्र के गांव नगला धनी निवासी प्रेमरतन व अलीगढ़ के अकराबाद थाना निवासी विष्णुदेव उर्फ आकाश ने उसके मोबाइल पर कॉल किया और दोनों मंदिर जा पहुंचे। वहां से तीनों बाइक से ठेके पर पहुंचे और शराब खरीदी। गांव नगला बबूल के पास शराब पी। इसके बाद बाजरे के खेत में ले जाकर बोरे से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी।
रुपयों के लालच में की हत्या
एएसपी ने बताया कि युवक के दोनों दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। गोपाल सुनार था, उसके परिजन के पास अच्छी रकम होने की संभावना चलते रुपयों के लालच में दोस्तों ने यह वारदात की। हत्या करने के बाद उसके शव को बाजरा के खेत में छिपा दिया। इसके बाद गोपाल के मोबाइल से फोन कर उसके परिजन से फिरौती मांगी। वहीं मृतक के पिता मुकेश का कहना है कि पुलिस ने गोपाल के जो दोस्त बताए हैं, वह उसके दोस्त नहीं हैं। लेकिन पुलिस ने उनकी एक बात नहीं सुनी।
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