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एटा में सपा नेताओं के आसपुर स्थित डीके पब्लिक स्कूल को प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के तहत एक जुलाई को सील कर लिया। इस विद्यालय में 311 बच्चे पढ़ रहे थे, जिनकी पढ़ाई पर खतरा मंडरा गया है। बीच सत्र में उन्हें अन्य विद्यालयों में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। इनमें नर्सरी से 12वीं तक के विद्यार्थी शामिल हैं। शिक्षा विभाग के लिए भी इन बच्चों की साल बचाते हुए प्रवेश दिलाना एक चुनौती बन गया है।
सपा नेता पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई जुगेंद्र सिंह यादव पर लगातार हो रही कार्रवाई की जद में सीबीएसई बोर्ड से संचालित डीके पब्लिक स्कूल भी आ गया। एक जुलाई को विद्यालय की जब्तीकरण कार्रवाई के बाद प्रशासन ने यहां अध्ययनरत बच्चों का प्रवेश अन्य स्कूलों में कराने के आदेश जारी किए, लेकिन प्रवेश दिलाने के लिए जब अन्य स्कूलों में पहुंचे तो उन्हें बीच सत्र का हवाला देते हुए मजबूरी भी जताई जा रही है।
स्कूल में ही बंद है दस्तावेज
टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) भी बच्चों के पास नहीं है। विद्यालय सील हुआ तो सारे दस्तावेज भी इसमें कैद हो गए। विद्यालय के प्रधानाचार्य शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि विद्यालय के बच्चे और उनके अभिभावक टीसी के लिए फोन करते हैं। लेकिन हमारे पास अब अभिलेख ही नहीं हैं। ऐसे में बच्चों को टीसी नहीं दे पा रहे हैं। विद्यालय में 311 बच्चे शिक्षारत थे।
बोलीं छात्राएं, दिलाया जाए प्रवेश
कक्षा नौ की छात्रा श्वेता ने बताया कि डीके पब्लिक स्कूल में पढ़ाई कर रही थी, अब विद्यालय बंद हो गया है। दूसरे विद्यालय में बिना टीसी के प्रवेश नहीं दिया जा रहा। पढ़ाई को लेकर बहुत चिंतित हूं। छात्रा खुशी ने कहा कि प्रशासन को हमारी मदद करनी चाहिए। अगर हमारा प्रवेश किसी विद्यालय में नहीं हुआ तो पूरी साल बर्बाद हो जाएगी। प्रशासन को दूसरे स्कूल में बच्चों का सीधा प्रवेश दिलाना चाहिए।
स्कूल में इतने हैं विद्यार्थी
कक्षा- छात्र संख्या
नर्सरी- 03
एलकेजी- 21
यूकेजी- 19
प्रथम- 20
द्वितीय- 24
तृतीय- 15
चतुर्थ- 23
पंचम- 19
छठवीं- 24
सातवीं- 23
आठवीं- 31
9वीं- 22
10वीं- 23
11वीं- 23
12वीं- 21
डीआईओएस मिथलेश कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा बच्चों का प्रवेश सीबीएसई बोर्ड के विद्यालयों में कराए जाने के लिए पत्र जारी किया गया। इसके आधार पर रीजनल डायरेक्टर नोएडा एवं जिला समन्वयक राम मोहन मैनपुरी को प्रवेश दिलाने के लिए पत्र लिखा गया है। इसके अलावा जिले के सीबीएसई बोर्ड विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के साथ बैठक कर बच्चों को प्रवेश दिलाने के निर्देश दिए गए हैं।
विस्तार
एटा में सपा नेताओं के आसपुर स्थित डीके पब्लिक स्कूल को प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के तहत एक जुलाई को सील कर लिया। इस विद्यालय में 311 बच्चे पढ़ रहे थे, जिनकी पढ़ाई पर खतरा मंडरा गया है। बीच सत्र में उन्हें अन्य विद्यालयों में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। इनमें नर्सरी से 12वीं तक के विद्यार्थी शामिल हैं। शिक्षा विभाग के लिए भी इन बच्चों की साल बचाते हुए प्रवेश दिलाना एक चुनौती बन गया है।
सपा नेता पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई जुगेंद्र सिंह यादव पर लगातार हो रही कार्रवाई की जद में सीबीएसई बोर्ड से संचालित डीके पब्लिक स्कूल भी आ गया। एक जुलाई को विद्यालय की जब्तीकरण कार्रवाई के बाद प्रशासन ने यहां अध्ययनरत बच्चों का प्रवेश अन्य स्कूलों में कराने के आदेश जारी किए, लेकिन प्रवेश दिलाने के लिए जब अन्य स्कूलों में पहुंचे तो उन्हें बीच सत्र का हवाला देते हुए मजबूरी भी जताई जा रही है।
स्कूल में ही बंद है दस्तावेज
टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) भी बच्चों के पास नहीं है। विद्यालय सील हुआ तो सारे दस्तावेज भी इसमें कैद हो गए। विद्यालय के प्रधानाचार्य शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि विद्यालय के बच्चे और उनके अभिभावक टीसी के लिए फोन करते हैं। लेकिन हमारे पास अब अभिलेख ही नहीं हैं। ऐसे में बच्चों को टीसी नहीं दे पा रहे हैं। विद्यालय में 311 बच्चे शिक्षारत थे।
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