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सपा नेता रामेश्वर सिंह यादव और जुगेंद्र सिंह यादव
– फोटो : अमर उजाला
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एटा जिला कारागार में निरुद्ध सपा नेता पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके छोटे भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव निरुद्ध हैं। किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर दोनों को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। इन बंदिशों के बीच जेल नियमावली के तहत दोनों नेताओं की भोजन के समय में औपचारिक मुलाकात हुई।
रामेश्वर सिंह यादव जिला कारागार में 10 जून 2022 से निरुद्ध हैं। जबकि उनके भाई जुगेंद्र सिंह यादव ने गिरफ्तारी से बचने के तमाम प्रयास किए। पहले उच्च न्यायालय से स्थगनादेश प्राप्त किए। इसके बाद लंबे समय तक भूमिगत रहे। इस बीच उन पर धारा 82, 83 की कार्रवाई चलती रहीं। साथ ही एसएसपी के स्तर से 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया।
बृहस्पतिवार को पुलिस ने उन्हें मथुरा के जैत थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि वह उत्तर प्रदेश छोड़कर दक्षिण भारत जाने की तैयारी में थे। पुलिस गिरफ्तार कर यहां ले आई। सीजेएम कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। अब दोनों भाई भले ही एक कारागार में निरुद्ध हैं। लेकिन उनके बीच जेल प्रशासन ने दूरियां बनाकर रखी हैं। वहीं सुरक्षा कारणों से अभी जुगेंद्र सिंह की बाहर के लोगों से मुलाकात रोकी गई है।
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मेडिकल चेकअप में फिट, नहीं की कोई भी मांग
पूर्व विधायक जहां हृदय व ब्लडप्रेशर के रोगी हैं और उनका इलाज लगातार चलता है। उन्होंने न्यायालय और जेल प्रशासन से अपने लिए दवाओं आदि की मांग की थी। लेकिन जुगेंद्र सिंह ने ऐसी कोई मांग नहीं की है। जेल में मेडिकल चेकअप के दौरान वह पूरी तरह स्वस्थ पाए गए। जिसके बाद उन्हें बैरक में अन्य बंदियों के साथ रखा गया है।
ये बोले जेल अधीक्षक
जेल अधीक्षक अमित चौधरी ने बताया कि भोजन के समय सभी बंदियों को बैरक से बाहर निकाला जाता है। इस दौरान वह एक-दूसरे से मिल सकते हैं। इस पर कोई रोक नहीं है। जुगेंद्र सिंह से बाहरी लोगों की मुलाकात अभी शुरू नहीं कराई गई है।
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