Exclusive: दुल्हन को मेहंदी वाले हाथों पर चाहिए पिया के साथ अपने चेहरे की आकृति, बाजारों में बढ़ी इसकी मांग

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मान्यता है कि दुल्हन की हथेली की मेहंदी जितनी रंग लाती है, पति का प्रेम उतना ही गहरा होता है। लेकिन, रीति-रिवाजों, भावों-विश्वासों से होते हुए दुल्हन के हाथों पर रची जाने वाली मेहंदी अब कला भी हो गई है। दुल्हनें अब अपने हाथों पर केवल मेहंदी ही नहीं, होने वाले पिया के चेहरे के साथ अपने चेहरे की भी आकृति (तस्वीर) उकेरवा रही हैं।

 

आने वाली शादियों की लग्न के लिए इस समय मेहंदी लगाने वाले कलाकारों के पास बुकिंग चल रही है। बुकिंग कराने वाली आधे से अधिक भावी दुल्हनें अपने हाथों पर भावी पति के साथ अपने चेहरे की आकृति (तस्वीर) उकेरवाना चाहती हैं। यह कला थोड़ी महंगी जरूर है, लेकिन शौक में जब प्यार की रंगत घुली हो तो कीमत कोई मायने नहीं रखती। यही वजह है कि मध्य जनवरी से शुरू होने जा रहे शादी के मुहूर्त के लिए 50 फीसदी से अधिक युवतियां फिगर आर्ट (पति के चेहरे की कलाकृति) की बुकिंग करा चुकी हैं। संवाद

 

शादी में मेहंदी की अहमियत

शादी में मेहंदी की क्या अहमियत है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसकी एक रस्म ही निभाई जाती है। न केवल दुल्हन बल्कि अब दूल्हे भी मेहंदी रचाने लगे हैं। यही नहीं शादी में शामिल होने वाली महिलाएं भी अपने दोनों हाथों में मेहंदी रचवाती हैं।

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ऐसे हैं मेहंदी के पैकेज

बाजार में इस समय 2100 रुपये से लेकर पांच हजार तक में दुल्हन की मेहंदी के लिए पैकेज मौजूद हैं। सामान्य मेहंदी 2100 रुपये और फिगर आर्ट मेहंदी 4100 से 5100 रुपये में बुक की जा रही है। भरी मेहंदी के 3100, 4100, 5100 रुपये लिए जा रहे हैं। सामान्य मेहंदी एक हाथ के लिए 100 से 150 रुपये लिए जा रहे हैं। अरेबिक मेहंदी के लिए 150 रुपये प्रति हाथ लिए जा रहे हैं।

 

क्या है फिगर आर्ट मेहंदी

गोलघर स्थित अरुण मेहंदी आर्ट के आर्टिस्ट अरुण गुप्ता बताते हैं कि फिगर आर्ट मेहंदी की खासियत यह है कि इसमें दूल्हा यानी होने वाले पति के चेहरे की तस्वीर (आकृति) मेहंदी से दुल्हन के हाथों पर उकेरी जाती है। एक हाथ में दूल्हे के चेहरे की तस्वीर होती है, जबकि दूसरे हाथ में दुल्हन के चेहरे की तस्वीर होती है। साथ ही डोली कहार, शहनाई, तबला, बरात, फेरे और जयमाला की भी डिजाइन (आकृति) बनाई जाती है। पापा-मामी की लाडली और पापा की परी जैसे स्लोगन भी लिखे जाते हैं।



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