Exclusive: लैंडमाइंस के खतरों से जवानों को आगाह करेंगे ये जूते, दो छात्रों ने किया अनोखा कारनामा

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आईटीएम गीडा में स्पेशल जूतों को दिखाते बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र।

आईटीएम गीडा में स्पेशल जूतों को दिखाते बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र।
– फोटो : अमर उजाला।

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इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गीडा के बीटेक के दो छात्रों ने ऐसे स्मार्ट जूते तैयार किए हैं जो सेना के जवानों को लैंडमाइंस के खतरों के प्रति आगाह करेंगे। किसी लैंडमाइन के पास आते ही इन जूतों में लगा अलार्म बजने लगेगा। इसके साथ ही बर्फीले इलाकों में गश्त के दौरान यह पैर के तलवों को भी गर्म रखेगा। खास बात यह है कि इसमें लगी बैटरी को चार्ज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, एक पिन को घुमाते ही यह चार्ज हो जाएगी।

आईटीएम, गीडा के बीटेक प्रथम वर्ष कंप्यूटर एंड साइंस ब्रांच के छात्र विनय चौधरी व प्रशांत ने इस विशेष जूते को तैयार किया है। इस मॉडल को उन्होंने कॉलेज के मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष विनीत राय की देखरेख में बनाया है। छात्रों का दावा है कि ये जूते सेना के जवानों के लिए काफी मददगार साबित होंगे।

विनय ने बताया कि अक्सर सुनने को मिलता है कि लेह, लद्दाख, रोहतांग आदि जगहों पर तैनात सेना के जवान अपने क्षेत्र में बिछाई गई लैंडमाइंस की चपेट में आकर जान गंवा देते हैं। इसके अलावा तापमान इतना कम होता है कि पैरों की अंगुलियां काम करना बंद कर देती हैं। इन्हीं समस्याओं से निजात देने के लिए दोनों को इस तरह के जूते बनाने की प्रेरणा मिली।

 

लैंडमाइंस के करीब आते ही ये विशेष जूते तीन तरह से सचेत करेंगे। इसमें एक ट्रांसमीटर लगाया गया है, जो लैंडमाइंस के पास आते ही सक्रिय हो जाएगा। पहले जूतों में लाइट जलने लगेगी। इसके बाद अलार्म भी बजने लगेगा। इसके अलावा जूते की सोल वायब्रेट (कंपन) भी करेगी।

ऐसे चार्ज होगी बैटरी
छात्र विनय एवं प्रशांत ने बताया कि स्मार्ट जूतों में छह वोल्ट की बैटरी लगाई गई है। जिसे डायनमो से जोड़ा गया है। डायनमो को एक पिन से घुमाना पड़ेगा। करीब दस मिनट में बैटरी पूरी तरह से चार्ज हो जाएगी। बैटरी एक बार चार्ज होने पर चार से पांच दिनों तक काम करेगी।

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हीटिंग प्लेट से गर्म होंगे जूते
छात्रों ने बताया कि स्मार्ट शूज में दो एमएम की एक हिटिंग प्लेट लगाई गई है। जिसे जरूरत पड़ने पर जूते में लगे एक बटन की मदद से गर्म किया जाता सकता है। यह प्लेट तापमान कम होते ही ऑटोमेटिक काम करने लगे, अब वे इस पर शोध कर रहे हैं।

विस्तार

इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गीडा के बीटेक के दो छात्रों ने ऐसे स्मार्ट जूते तैयार किए हैं जो सेना के जवानों को लैंडमाइंस के खतरों के प्रति आगाह करेंगे। किसी लैंडमाइन के पास आते ही इन जूतों में लगा अलार्म बजने लगेगा। इसके साथ ही बर्फीले इलाकों में गश्त के दौरान यह पैर के तलवों को भी गर्म रखेगा। खास बात यह है कि इसमें लगी बैटरी को चार्ज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, एक पिन को घुमाते ही यह चार्ज हो जाएगी।

आईटीएम, गीडा के बीटेक प्रथम वर्ष कंप्यूटर एंड साइंस ब्रांच के छात्र विनय चौधरी व प्रशांत ने इस विशेष जूते को तैयार किया है। इस मॉडल को उन्होंने कॉलेज के मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष विनीत राय की देखरेख में बनाया है। छात्रों का दावा है कि ये जूते सेना के जवानों के लिए काफी मददगार साबित होंगे।

विनय ने बताया कि अक्सर सुनने को मिलता है कि लेह, लद्दाख, रोहतांग आदि जगहों पर तैनात सेना के जवान अपने क्षेत्र में बिछाई गई लैंडमाइंस की चपेट में आकर जान गंवा देते हैं। इसके अलावा तापमान इतना कम होता है कि पैरों की अंगुलियां काम करना बंद कर देती हैं। इन्हीं समस्याओं से निजात देने के लिए दोनों को इस तरह के जूते बनाने की प्रेरणा मिली।

 



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