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जी-20 सम्मेलन को लेकर वाराणसी में सजावट
– फोटो : अमर उजाला
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जी-20 सम्मेलन के लिए चिर पुरातन काशी नए कलेवर में सज धजकर तैयार है। विदेशी मेहमानों के स्वागत में रेड कार्पेट बिछ गई है। एयरपोर्ट से गंगा के तट तक भारतीय संस्कृति व कला के रंग बिखर रहे हैं। दुनिया के दिग्गज देशों से आने वाले मेहमानों की अगवानी ऐसी होगी, जिसे पूरी दुनिया देखेगी। काशी आने वाले मेहमान देश की धार्मिक, आध्यात्मिक, संस्कृति विरासत के साथ ही इतिहास से भी परिचित होंगे। काशी आने वाले मेहमानों को उपहार के तौर पर गुलाबी मीनाकारी से बने मोर दिए जाएंगे।
जी-20 देशों के मेहमान रविवार की शाम एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां चंदन का तिलक लगाकर व विशेष अंगवस्त्रम प्रदान करके सबका स्वागत किया जाएगा। एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही काशी के कण-कण शंकर के मूलतत्व का अहसास भी होगा। एयरपोर्ट से लेकर होटल ताज और नमो घाट तक जगह-जगह लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से भारतीय लोककला व संस्कृति के रंग बिखरेंगे। ताज होटल में भी लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
टीएफसी में बैठक, गंगा आरती देखेंगे
12 जून को सुबह 10 बजे मंत्री समूह टीएफसी पहुंचेंगे। सुबह 11 बजे से बैठक शुरू होगी, जो कि शाम पांच बजे तक चलती रहेगी। इस बीच दोपहर में लंच ब्रेक होगा। शाम छह बजे विदेशी मेहमान नमो घाट पहुंचेंगे और वहां से क्रूज में सवार होकर गंगा घाट देखेंगे। विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती भी देखेंगे। वापसी में ताज होटल में डिनर होगा। 13 जून को सुबह नौ बजे मंत्री समूह भगवान महात्मा बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ पहुंचेंगे। यहां ब्रेकफास्ट के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेंगे। सारनाथ भ्रमण के बाद मेहमानों की वापसी होगी।
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