Gajab: घर एक, बिल दो, वह भी एक लाख से ज्यादा, 80 की उम्र में अर्जी लेकर दफ्तर के चक्कर काट रहीं रमा रानी

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मेरठ के प्रभातनगर निवासी रमा रानी अस्सी वर्ष की आयु में अर्जी लिए नगर निगम दफ्तर के चक्कर काट रहीं हैं। समय पर हाउस टैक्स चुकाने के बावजूद नगर निगम ने उनके घर रक्षाबंधन पर 104743 रुपये के बकाया का नोटिस चस्पा कर दिया।

उनके घर एक की जगह दो बिल भेजे गए। लालफीताशाही का आलम देखिए, कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने भी निगम के टैक्स विभाग में बात की पर समाधान नहीं हुआ।  
 
रमा बताती हैं कि वह मकान नंबर 308 में तीस वर्ष से रह रही हैं। उनका पूरा हाउस टैक्स जमा है। इसकी रसीदें भी उनके पास हैं। मौके पर मकान एक है, लेकिन रमा को 308 और 309 नंबर के दो बिल जारी कर दिए गए। रमा के पास सारे दस्तावेज हैं। वह किसी तरह निगम दफ्तर पहुंचती हैं तो निगम अफसरों से पूछती हैं कि आखिर उनका गुनाह क्या है।
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कैसे निपटाएं मामला
भवन स्वामी को लगातार दो बिल जारी किए जा रहे हैं। भवन स्वामी एक बिल जमा कर रहा है, लेकिन दूसरे बिल पर अब से पहले आपत्ति नहीं की है। इस कारण अब हाउस टैक्स का बिल एक लाख रुपये से अधिक हो गया है। भवन स्वामी पर बकाए की रिपोर्ट सरकारी अभिलेखों में चली आ रही है। इसको कैसे खत्म करें यह समझ में नहीं आ रहा है। -अवधेश कुमार, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी नगर निगम

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विस्तार

मेरठ के प्रभातनगर निवासी रमा रानी अस्सी वर्ष की आयु में अर्जी लिए नगर निगम दफ्तर के चक्कर काट रहीं हैं। समय पर हाउस टैक्स चुकाने के बावजूद नगर निगम ने उनके घर रक्षाबंधन पर 104743 रुपये के बकाया का नोटिस चस्पा कर दिया।

उनके घर एक की जगह दो बिल भेजे गए। लालफीताशाही का आलम देखिए, कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने भी निगम के टैक्स विभाग में बात की पर समाधान नहीं हुआ।  

 

रमा बताती हैं कि वह मकान नंबर 308 में तीस वर्ष से रह रही हैं। उनका पूरा हाउस टैक्स जमा है। इसकी रसीदें भी उनके पास हैं। मौके पर मकान एक है, लेकिन रमा को 308 और 309 नंबर के दो बिल जारी कर दिए गए। रमा के पास सारे दस्तावेज हैं। वह किसी तरह निगम दफ्तर पहुंचती हैं तो निगम अफसरों से पूछती हैं कि आखिर उनका गुनाह क्या है।

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कैसे निपटाएं मामला

भवन स्वामी को लगातार दो बिल जारी किए जा रहे हैं। भवन स्वामी एक बिल जमा कर रहा है, लेकिन दूसरे बिल पर अब से पहले आपत्ति नहीं की है। इस कारण अब हाउस टैक्स का बिल एक लाख रुपये से अधिक हो गया है। भवन स्वामी पर बकाए की रिपोर्ट सरकारी अभिलेखों में चली आ रही है। इसको कैसे खत्म करें यह समझ में नहीं आ रहा है। -अवधेश कुमार, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी नगर निगम

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