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एएमयू
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की कार्यकारी परिषद की बैठक में दैनिक वेतनभोगी व अस्थाई कर्मचारियों का सेवा विस्तार छह महीने बढ़ाने पर मुहर लग गई। इन कर्मचारियों का कार्यकाल 30 जून 2023 तक था। शनिवार सुबह 11 बजे से शुरू हुई बैठक रात 9 बजे खत्म हुई।
सर सैयद एकेडमी में कार्यकारी परिषद की बैठक सुबह 11 बजे शुरू हो गई। पिछली बार बैठक में लिए गए निर्णय पर सहमति दे दी गई। इसके बाद एजेंडे पर चर्चा शुरू हुई। दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों और अस्थाई कर्मचारियों के सेवा विस्तार को लेकर बात उठी, जिस पर परिषद ने दिसंबर 2023 तक उनके सेवा विस्तार पर मुहर लगा दी गई। इनकी संख्या करीब पांच हजार से ज्यादा है। सेवा विस्तार को लेकर इन कर्मचारियों में काफी दिनों से बेचैनी थी।
अस्थाई कर्मचारियों की स्क्रीनिंग कमेटी आदि को लेकर एक कमेटी भी बनाने का फैसला लिया गया, जो दो महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। उन कर्मचारियों को फायदा होगा, जो 10 साल से ज्यादा समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सीआरआर (कैडर रिक्रूटमेंट रूल्स) एक महीने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है।
यौन उत्पीड़न के मामले में फंसे प्रो. अफीफउल्लाह खान को क्लीनचिट देने की आंतरिक शिकायत कमेटी की रिपोर्ट को मंजूरी मिल गई। शिक्षकों की लंबित पीएचडी वेतनवृद्धि को लेकर कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया। एएमयू के ब्लॉक का नाम दानदाता के नाम पर रखने की बात आई, जिसे नामंजूर कर दिया गया। ब्लॉक के बजाय दानदाता दीवार पर दानदाता के नाम लिखने पर सहमति बनी। नए कुलपति के पैनल की बात भी उठी, जिस पर कुलपति ने जल्द ही कुलपति पैनल बनने का आश्वासन दिया। इसके अलावा कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
इससे पहले बैठक शुरू होने से पहले बाब-ए-सैयद के पास अस्थाई कर्मचारियों का समूह अलग-अलग नारों की तख्तियां लेकर खड़े हो गया। कर्मचारियों के साथ उनके बच्चे भी थे। नारों में परिवार और उनके भविष्य को लेकर फरियाद थी। कर्मचारियों ने बैठक में शामिल होने आए परिषद के सदस्यों को फूल भी भेंट किए।
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