[ad_1]
ख़बर सुनें
विस्तार
गोरखपुर में ड्रग विभाग ने शनिवार की देर रात छापा मारकर संतकबीरनगर, गोरखपुर और बिहार बॉर्डर से दो करोड़ रुपये कीमत की दवाएं पकड़ी हैं। बताया जा रहा है कि दवाएं गलत तरीके से कोलकाता ले जाई जा रही थीं। पकड़ी गई दवाओं को छोड़ने के लिए 15 लाख रुपये घूस भी भिजवाए गए थे, जिसे ड्रग्स विभाग ने जब्त कर लिया है।
ड्रग माफिया की गाड़ी भी जब्त हुई है। एक आरोपी भी गिरफ्तार किया गया है। ड्रग्स विभाग वाराणसी के आयुक्क्त नरेश मोहन ने कहा कि मामले के पीछे बड़े ड्रग माफिया का हाथ हो सकता है। ड्रग्स विभाग वाराणसी के आयुक्क्त नरेश मोहन की अगुवाई में शनिवार को एक साथ तीन जगह छापे मारे गए थे।
आयुक्त ने बताया कि संतकबीरनगर से फेंसेड्रिल सिरप, अल्प्राजोलम, कोडीन, ट्रामाडाल, लुबीजेसिक, पैंटोजेसिक की 900 पेटी दवाएं मिली हैं। इनमें से कुछ का इस्तेमाल नशे के रूप में होता है। सारी दवाएं आगरा से एक कंटेनर में लादकर भेजी गई थीं। इसी तरह गीडा की एक फैक्ट्री से भी प्रतिबंधित दवाएं बरामद की गई हैं।
गीडा में बने एक गोदाम से भी दवाएं बरामद की।गई हैं। आयुक्त ने बताया कि एक ट्रक में लादकर दवाएं कोलकाता भेजी जा रही थीं। इसे उत्तर प्रदेश के अंतिम टोल प्लाजा पर पकड़ा गया है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच जारी है। चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा था कि बिना ई वे बिल के ही दवाएं भेजी जा रही थीं।
[ad_2]
Source link