Gorakhpur News: गोरखपुर सहित छह रेलवे स्टेशनों को सिटी सेंटर बनाने के लिए एजेंसी तय

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गोरखपुर रेलवे स्टेशन। (File)

गोरखपुर रेलवे स्टेशन। (File)
– फोटो : अमर उजाला

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पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर सहित छह स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने की तैयारी तेज हो गई है। इसकी मॉनीटरिंग कर रही गतिशक्ति यूनिट ने गोरखपुर और गोंडा जंक्शन पर तकनीकी एवं वित्तीय उपयोगिता के अध्ययन के लिए मेसर्स एरीनेम कन्सलटेन्सी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को कंसलटेंट नियुक्त किया है। फर्म स्टेशन की मास्टर प्लानिंग, आर्किटेक्चरल डिजाइनिंग के साथ विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसके आधार पर आगे का कार्य किया जाएगा।

रेलवे की योजना के मुताबिक पटरियों के ऊपर रूफ प्लाजा बनाया जाना है। रेल की पटरियों पर ट्रेनें दौड़ेंगी और ऊपर लोग बैठकर नाश्ता-भोजन करेंगे। यही नहीं, बच्चे खेलेंगे और बड़े खरीदारी भी करते नजर आएंगे। इसका मकसद यह है कि रेलवे स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर भीड़ एकत्र न होने पाए। रूफ प्लाजा में बड़ी स्क्रीन लगी रहेगी जिस पर ट्रेनों की जानकारी डिस्पले होगी।

स्टेशन का फेस अपलिफ्ट करने के साथ ही इसमें स्थानीय सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहरों के रूप की झलक भी होगी। इसमें स्टेशन के ऐतिहासिक भवन को भी संरक्षित रखा जाएगा। नगर के दोनों हिस्सों को जोड़ने के लिए आकर्षक द्वितीय द्वार का भी निर्माण किया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट की तरह लाउंज बनाए जाएंगे।

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, छपरा, गोंडा, गोमतीनगर, लखनऊ जंक्शन और काठगोदाम रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य किया जाना है। वाराणसी मंडल के छपरा स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के लिए मेसर्स एडमैक इंजीनियरिंग कंसलटेंट (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को नियुक्त किया गया है जबकि, गोमतीनगर, लखनऊ जं. एवं चारबाग तथा काठगोदाम स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य रेललैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा किया जा रहा है। स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करना है, जो कि नगर के दोनों हिस्सों को आपस में जोड़ने का कार्य करेगा।      

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विस्तार

पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर सहित छह स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने की तैयारी तेज हो गई है। इसकी मॉनीटरिंग कर रही गतिशक्ति यूनिट ने गोरखपुर और गोंडा जंक्शन पर तकनीकी एवं वित्तीय उपयोगिता के अध्ययन के लिए मेसर्स एरीनेम कन्सलटेन्सी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को कंसलटेंट नियुक्त किया है। फर्म स्टेशन की मास्टर प्लानिंग, आर्किटेक्चरल डिजाइनिंग के साथ विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसके आधार पर आगे का कार्य किया जाएगा।

रेलवे की योजना के मुताबिक पटरियों के ऊपर रूफ प्लाजा बनाया जाना है। रेल की पटरियों पर ट्रेनें दौड़ेंगी और ऊपर लोग बैठकर नाश्ता-भोजन करेंगे। यही नहीं, बच्चे खेलेंगे और बड़े खरीदारी भी करते नजर आएंगे। इसका मकसद यह है कि रेलवे स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर भीड़ एकत्र न होने पाए। रूफ प्लाजा में बड़ी स्क्रीन लगी रहेगी जिस पर ट्रेनों की जानकारी डिस्पले होगी।

स्टेशन का फेस अपलिफ्ट करने के साथ ही इसमें स्थानीय सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहरों के रूप की झलक भी होगी। इसमें स्टेशन के ऐतिहासिक भवन को भी संरक्षित रखा जाएगा। नगर के दोनों हिस्सों को जोड़ने के लिए आकर्षक द्वितीय द्वार का भी निर्माण किया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट की तरह लाउंज बनाए जाएंगे।

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, छपरा, गोंडा, गोमतीनगर, लखनऊ जंक्शन और काठगोदाम रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य किया जाना है। वाराणसी मंडल के छपरा स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के लिए मेसर्स एडमैक इंजीनियरिंग कंसलटेंट (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को नियुक्त किया गया है जबकि, गोमतीनगर, लखनऊ जं. एवं चारबाग तथा काठगोदाम स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य रेललैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा किया जा रहा है। स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करना है, जो कि नगर के दोनों हिस्सों को आपस में जोड़ने का कार्य करेगा।      



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