Gorakhpur News: मारपीट के आरोप में एम्स के आठ छात्र निलंबित, दो गुटों के बीच हुआ था विवाद

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गोरखपुर एम्स।

गोरखपुर एम्स।
– फोटो : अमर उजाला।

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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एमबीबीएस छात्रों के बीच हुई मारपीट में आठ छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच में छात्रों के दोषी पाए जाने पर एम्स प्रशासन ने यह फैसला लिया है।

जानकारी के मुताबिक, शनिवार को एम्स में एमबीबीएस 2019-20 बैच के छात्र मेस में खाने को लेकर आपस में भिड़ गए। बताया जा रहा है कि छात्रों के बीच कई गुट बन गए हैं, जो एक दूसरे का विरोध करते हैं। इसी क्रम में खाने की बात को लेकर दो गुटों में मारपीट हुई। इस घटना में दोनों गुटों के करीब छह छात्रों को चोटें आई थीं, जिनमें तीन गंभीर रूप से घायल हुए थे। इन छात्रों का इलाज  एम्स में ही चल रहा है।

घटना के बाद एम्स प्रशासन मामले को दबाने में जुटा था। इस बीच मामले की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को हो गई। इसके बाद ही एम्स प्रशासन ने जांच कमेटी बनाई। कमेटी ने आठ छात्रों को दोषी पाया। इसके बाद इन छात्रों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।

एम्स मीडिया प्रभारी पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि एम्स में एमबीबीएस छात्रों के बीच मारपीट की घटना हुई थी। मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आठ छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है। एम्स कैंपस में इन छात्रों की सभी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

छात्रों का गुट चलाता है मेस
एम्स में खाने का मेस छात्रों का एक गुट चलाता है, जिसे लेकर छात्रों के दूसरे गुट को आपत्ति है। अंदरखाने में इसे लेकर काफी दिनों से विरोध चल रहा था। बताया जा रहा है मेस चलाने को लेकर दूसरे बैच के एमबीबीएस छात्र काफी दिनों से प्रयासरत हैं, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया जा रहा है। इसके पीछे  एम्स के बड़े अधिकारी का वरदहस्त है।

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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एमबीबीएस छात्रों के बीच हुई मारपीट में आठ छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच में छात्रों के दोषी पाए जाने पर एम्स प्रशासन ने यह फैसला लिया है।

जानकारी के मुताबिक, शनिवार को एम्स में एमबीबीएस 2019-20 बैच के छात्र मेस में खाने को लेकर आपस में भिड़ गए। बताया जा रहा है कि छात्रों के बीच कई गुट बन गए हैं, जो एक दूसरे का विरोध करते हैं। इसी क्रम में खाने की बात को लेकर दो गुटों में मारपीट हुई। इस घटना में दोनों गुटों के करीब छह छात्रों को चोटें आई थीं, जिनमें तीन गंभीर रूप से घायल हुए थे। इन छात्रों का इलाज  एम्स में ही चल रहा है।

घटना के बाद एम्स प्रशासन मामले को दबाने में जुटा था। इस बीच मामले की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को हो गई। इसके बाद ही एम्स प्रशासन ने जांच कमेटी बनाई। कमेटी ने आठ छात्रों को दोषी पाया। इसके बाद इन छात्रों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।

एम्स मीडिया प्रभारी पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि एम्स में एमबीबीएस छात्रों के बीच मारपीट की घटना हुई थी। मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आठ छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया है। एम्स कैंपस में इन छात्रों की सभी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

छात्रों का गुट चलाता है मेस

एम्स में खाने का मेस छात्रों का एक गुट चलाता है, जिसे लेकर छात्रों के दूसरे गुट को आपत्ति है। अंदरखाने में इसे लेकर काफी दिनों से विरोध चल रहा था। बताया जा रहा है मेस चलाने को लेकर दूसरे बैच के एमबीबीएस छात्र काफी दिनों से प्रयासरत हैं, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया जा रहा है। इसके पीछे  एम्स के बड़े अधिकारी का वरदहस्त है।



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