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बागला जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की लगी भीड़
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हाथरस के बागला जिला अस्पताल में चिकित्सकों और संसाधनों की कमी है। अस्पताल में एक भी इमजेंसी मेडिकल आफीसर नहीं है। मजबूरन ओपीडी के चिकित्सकों को ही इमरजेंसी सेवाएं संभालनी पड़ती हैं। जिससे ओपीडी में चिकत्सक कम होने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जिला अस्पताल में चिकित्सकों, स्टाफ और संसाधनों की काफी कमी है। अस्पताल में 25 चिकित्सकों के सापेक्ष सिर्फ 12 चिकित्सक की ही तैनाती है। अस्पताल में ईएमओ के तीन पद स्वीकृत हैं। इसके बावजूद एक भी ईएमओ की तैनाती नहीं है। इससे ओपीडी के चिकित्सकों का कार्यभार बढ़ जाता है।
उन्हें ओपीडी के साथ इमरजेंसी सेवाएं भी संभालनी पड़ती है। जिससे ओपीडी में चिकित्सक कम हो जाते हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में करीब डेढ़ हजार मरीज उपचार के लिए आते हैं। चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यही स्थिति मंगलवार को देखने को मिली।
बेटे की पत्नी कई दिनों से बीमार है। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आई हूं। यहां चिकित्सकों की काफी कमी है। लाइन में खड़े हुए काफी समय हो गया। अभी तक नंबर नहीं आया है। नंबर आने पर दवा लेकर घर चले जाएंगे। -ऊषा देवी, तीमारदार
बुखार से पीड़ित हूं। उपचार के लिए जिला अस्पताल आया हूं। काफी देर से लाइन में खड़ा हूं। अभी नंबर नहीं आया है। नंबर आने पर दवा लेकर घर चला जाऊंगा। -जंगलीराम, मरीज
जिला अस्पताल में एक भी ईएमओ की तैनाती नहीं है। इसलिए इमरजेंसी में भी ओपीडी के चिकित्सकों की ही ड्यूटी लगानी पड़ती है। ओपीडी में चिकित्सक कम होने से ओपीडी में मरीजों को परेशानी होती है। चिकित्सकों की तैनाती की मांग के लिए शासन को लिखा जा चुका है। -डा सूर्यप्रकाश, सीएमएस, बागला जिला अस्पताल
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