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यूपी निकाय चुनाव
– फोटो : अमर उजाला
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यूपी नगर निकाय चुनाव के अनंतिम आरक्षण की अधिसूचना जारी हो गई। हाथरस नगर निकाय के अनंतिम आरक्षण की अधिसूचना में इस बार जिले के कई निकायों के आरक्षण में फेरबदल किया गया है। इसका जिले की राजनीति पर भी असर पड़ेगा।
वर्ष 2017 में जहां हाथरस नगर पालिका परिषद का अध्यक्ष पद अनारक्षित था, तो वह इस बार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गया तो वहीं सिकंदराराऊ नगर पालिका परिषद अध्यक्ष का पद इस बार इस बार अनारक्षित घोषित किया गया है। जिले की सात अन्य नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद के आरक्षण में भी फेरबदल है। हालांकि अभी अंतिम आरक्षण तय नहीं हुआ है लेकिन माना जा रहा है कि अनंतिम आरक्षण में ज्यादा फेरबदल नहीं होगा।
शासन ने जिस तरह से जिले की नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में अनंतिम आरक्षण घोषित किया है। उससे जिले की राजनीति प्रभावित होगी। कई राजनीतिक सूरमा इस आरक्षण के हिसाब से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे और उन्हेंं आगे किसी और चुनाव का इंतजार करने पड़ेगा। सबसे बड़ा फेरबदल हाथरस और सिकंदराराऊ नगर पालिका अध्यक्ष के आरक्षण को लेकर हुआ है। इस बार हाथरस नगर पालिकाध्यक्ष पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गया है। पिछली बार यह अनारक्षित था। इसी तरह सिकंदराराऊ मेंं भी उलट हुआ है। पिछली बार सिकंदराराऊ नगर पालिका अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। इस बार वह अनारक्षित हो गया है।
वर्ष 2017 में यह थी आरक्षण की स्थिति
- हाथरस नगर पालिकाध्यक्ष- अनारक्षित
- सिकंदराराऊ नगर पालिकाध्य- अनुसूचित जाति
- सासनी नगर पंचायत अध्यक्ष- अनुसूचित जाति
- हसायन नगर पंचायत अध्यक्ष- अनुसूचित जाति महिला
- पुरदिलनगर नगर पंचायत अध्यक्ष- महिला
- सहपऊ, मेंडू, मुरसान व नगर पंचायत सादाबाद अध्यक्ष- अनारक्षित
इस बार यह है अनंतिम आरक्षण की स्थिति
- नगर पालिकाध्यक्ष, हाथरस- अनुसूचित जाति
- नगर पालिकाध्यक्ष सिकंदराराऊ- अनारक्षित
- नगर पंचायत अध्यक्ष सहपऊ- अनुसूचित जाति महिला
- नगर पंचायत अध्यक्ष मेंडू- अनारक्षित
- नगर पंचायत अध्यक्ष सासनी- अनारक्षित
- नगर पंचायत अध्यक्ष हसायन-पिछड़ा वर्ग महिला
- नगर पंचायत अध्यक्ष पुरदिलनगर- अनारक्षित
- नगर पंचायत अध्यक्ष मुरसान- अनारक्षित
- नगर पंचायत अध्यक्ष सादाबाद- महिला
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