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यूपी रोडवेज बस
– फोटो : अमर उजाला
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हाथरस डिपो को बेशक नई बसें मिल रही हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों की सुविधा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस खामियाजा ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। हाथरस डिपो को दो-दो कर छह नई बसें मिल चुकी हैं। इन बसों को लखनऊ और दिल्ली के लिए चलाया गया है। ग्रामीण अंचल में बस चलाने पर इस बार भी ध्यान नहीं दिया गया है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र के यात्री रोजाना सफर के लिए जंग लड़ते हैं।
उल्लेखनीय है कि हाथरस डिपो में वर्तमान में नई बसें शामिल होने के साथ 68 बसें हैं। यह बसें लोकल व लंबी दूरी के मार्गों पर चल रही हैं। ग्रामीण अंचल से सीधे बस सेवा के लिए आज भी कई कस्बों को लोग इंतजार कर रहे हैं। सहपऊ, हसायन और पुरदिलनगर सहित कई स्थानों के लोगों को शहर व अन्य जगह की दूरी तय करने कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
कई बार क्षेत्रीय लोगों ने बसों के संचालन की मांग की। आज तक हालत जस के तस बने हुए हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) सतेंद्र वर्मा का कहना है कि ग्रामीण अंचल के अनुबंधित बसों को चलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अनुबंधित बसों को भी डिपो के बेड़े में शामिल करने की तैयारी चल रही है।
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