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मंडी समिति स्थित क्रय केंद्र पर होती गेहूं की तुलाई कराते किसान
– फोटो : अमर उजाला
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हाथरस मंडी समिति में आढ़तियों द्वारा गेहूं को खरीदने के लिए सुबह क्रय केंद्र के रेटों को देखते हुए बोली लगाई जा रही है। इस कारण 15 दिन में महज 14 सौ क्विंटल गेहूं ही क्रय केंद्रों पर पहुंचा है। जिले के 66 क्रय केंद्रों पर 15 जून तक गेहूं की खरीद की जाएगी। गेहूं खरीद में तेजी न आने के कारण अधिकारी खासे परेशान हैं।
उल्लेखनीय है कि इस बार शासन स्तर से जिले को 66 क्रय केंद्रों पर 67 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य मिला है। समर्थन मूल्य 2125 रुपये क्विंटल रखा गया है। आढ़तिया सरकारी समर्थन मूल्य को देखते हुए बोली लगाकर गेहूं खरीद रहे हैं। इस कारण क्रय केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में गेहूं नहीं पहुंच पा रहा है। अभी तक 400 किसानों ने गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण कराया है। इसमें से 28 किसानों ने महज 1400 क्विंटल गेहूं ही क्रय केंद्रों पर बेचा है।
किसानों का कहना है कि आढ़तियों को गेहूं बेचने से उन्हें फायदा हो रहा है। उनको सीधे भुगतान मिल रहा है। पंजीकरण की जरूरत नहीं पड़ रही। डिप्टी आरएमओ शिशिर कुमार का कहना है कि अभी तक 400 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से 28 किसानों से 1400 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है।
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