[ad_1]
जागरूकता और बेहतर दिनचर्या अपनाने के कारण मेरठ में सिजेरियन डिलीवरी से ज्यादा सामान्य प्रसव हुए हैं। पिछले छह माह में यहां 5337 महिलाओं के प्रसव हुए हैं, जिनमें सरकारी अस्पतालों में करीब 65 फीसदी महिलाओं का सामान्य प्रसव हुआ है। पिछले साल तक यह करीब 50-50 प्रतिशत था। निजी अस्पतालों में सिजेरियन डिलीवरी ज्यादा हैं, लेकिन यह भी पहले की तुलना में कम हुई हैं। पिछले साल तक सिजेरियन का प्रतिशत 65 और सामान्य प्रसव करीब 35 फीसदी थे।
जनवरी से जून 2022 की स्थिति
अस्पताल |
कुल प्रसव |
सामान्य प्रसव |
सिजेरियन डिलीवरी |
सामान्य प्रसव (प्रतिशत में) |
महिला जिला अस्पताल |
1803 |
1172 |
631 |
65 |
मेडिकल कॉलेज |
1513 |
953 |
560 |
63 |
निजी अस्पताल |
2021 |
828 |
1193 |
41 |
(आंकड़े सरकारी चिकित्सालयों और आईएमए की महिला चिकित्सकों के आकलन के आधार पर।)
यह भी पढ़ें : Padmitra Campaign: मेरठ में हर घर में लगेगा पीरियड चार्ट, सभी फीमेल सदस्यों के नाम के साथ होगी माहवारी की तारीख
स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो रहीं महिलाएं
यह सच है कि कुछ महिलाएं दर्द से बचने के लिए सामान्य डिलीवरी के बजाय ऑपरेशन करवाने को वरीयता देती हैं, लेकिन अब महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो रही हैं, दिनचर्या बेहतर कर रही हैं, नतीजतन सरकारी में ही नहीं निजी अस्पतालों में ही सामान्य डिलीवरी बढ़ी हैं।
– डॉ. मनीषा त्यागी, स्त्री एवं महिला रोग विशेषज्ञ
सामान्य प्रसव बेहतर रहता है
महिला जिला अस्पताल में प्रयास रहता है कि सामान्य प्रसव हों। दरअसल, सामान्य डिलीवरी के कुछ समय बाद ही महिलाएं चल सकती हैं। प्रसव के दौरान शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है, ये हार्मोन दर्द को दूर करने में मदद करता है, जिससे सामान्य डिलीवरी के बाद रिकवरी जल्द ही जाती है। – डॉ. सुमन पंवार, प्रमुख अधीक्षक, महिला जिला अस्पताल
यह भी पढ़ें : Meerut: कैसिनो में जुआ खेलते रईसजादों को विदेशी युवतियां परोसती थीं ये चीज, सफेदपोशों से मिले लिंक, हुए कई बड़े खुलासे
ज्यादा जरूरी होने पर ही ऑपरेशन करने को दी जाती प्राथमिकता
निजी अस्पतालों में भी बहुत जरूरी होने पर ही सिजेरियन (ऑपरेशन) डिलीवरी कराई जाती है। वैसे सामान्य प्रसव बेहतर होता है, लेकिन कई बार बच्चों और महिलाओं को बचाने के लिए ऑपरेशन जरूरी हो जाता है। – डॉ. अनुपम सिरोही, सचिव, आईएमए मेरठ शाखा
विस्तार
जागरूकता और बेहतर दिनचर्या अपनाने के कारण मेरठ में सिजेरियन डिलीवरी से ज्यादा सामान्य प्रसव हुए हैं। पिछले छह माह में यहां 5337 महिलाओं के प्रसव हुए हैं, जिनमें सरकारी अस्पतालों में करीब 65 फीसदी महिलाओं का सामान्य प्रसव हुआ है। पिछले साल तक यह करीब 50-50 प्रतिशत था। निजी अस्पतालों में सिजेरियन डिलीवरी ज्यादा हैं, लेकिन यह भी पहले की तुलना में कम हुई हैं। पिछले साल तक सिजेरियन का प्रतिशत 65 और सामान्य प्रसव करीब 35 फीसदी थे।
जनवरी से जून 2022 की स्थिति
अस्पताल |
कुल प्रसव |
सामान्य प्रसव |
सिजेरियन डिलीवरी |
सामान्य प्रसव (प्रतिशत में) |
महिला जिला अस्पताल |
1803 |
1172 |
631 |
65 |
मेडिकल कॉलेज |
1513 |
953 |
560 |
63 |
निजी अस्पताल |
2021 |
828 |
1193 |
41 |
(आंकड़े सरकारी चिकित्सालयों और आईएमए की महिला चिकित्सकों के आकलन के आधार पर।)
यह भी पढ़ें : Padmitra Campaign: मेरठ में हर घर में लगेगा पीरियड चार्ट, सभी फीमेल सदस्यों के नाम के साथ होगी माहवारी की तारीख
[ad_2]
Source link