सुकमा। छत्तीसगढ के एर्राबोर क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों द्वारा शुरू किए गए तलाशी ऑपरेशन के दौरान मंगलवार सुबह नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गयी। कार्रवाई के दौरान नक्सलियों का सबसे बड़ा कमांडर और कुख्यात माओवादी कमांडर माडवी हिडमा (43) को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया है। हिडमा वही दहशत का नाम है, जिस पर कम से कम 26 बड़े हमलों का मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाया जाता था। 43 वर्षीय हिडमा का 2013 के दरभा घाटी नरसंहार और 2017 के सुकमा हमला सहित कम से कम 26 सशस्त्र हमलों में जिम्मेदार था। हिडमा पर सरकार ने 1 करोड़ का इनाम भी जारी किया हुआ था।
घने जंगलों में करीब दूरी से दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई, जिसमें सुरक्षाबलों ने तेजी से मोर्चा संभाल लिया। इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है और तलाशी ऑपरेशन अभी भी जारी है। सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुये कहा, “प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक कुछ नक्सलियों के घायल होने की आशंका है लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि सर्च ऑपरेशन के पूरा होने के बाद ही की जा सकेगी।” उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही संयुक्त टीम को तत्काल इलाके में भेजा गया था।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों की टीम एर्राबोर के जंगलों में दबे पांव आगे बढ़ रही थी तभी नक्सलियों ने उन पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने आत्मरक्षा करते हुए जवाबी कार्रवाई की। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की गतिविधि वाले हिस्से को घेर लिया। मुठभेड़ शुरू होते ही अतिरिक्त बल को भी अलर्ट कर मौके पर रवाना किया गया। सुरक्षाबल वर्तमान में हर दिशा में तलाशी ऑपरेशन का दायरा बढ़ा रहे हैं और संदिग्ध ठिकानों की गहन तलाशी जारी है।








