भारत ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के रामबन में स्थित बगलिहार बांध के दो दरवाजे खोल दिए। रामबन में भारी बारिश के बाद चिनाब नदी पर बने बगलिहार बांध (बगलिहार हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट डैम) का जलस्तर बढ़ने के बाद इसके दरवाजे खोल दिए गए हैं। बताते चलें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में सैलानियों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सभी बांध के दरवाजों को बंद कर दिया था, जिनके जरिए पाकिस्तान में पानी जाता था।
रामबन समेत जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा, रामबन में बादल फटने और मडस्लाइड की भी घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं की वजह से डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था, जिसकी वजह से आज डैम के दरवाजे खोलने पड़े। बगलिहार बांध के साथ ही सलाल बांध के भी गेट खोल दिए गए हैं। एक साथ दो-दो बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से पाकिस्तान में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
रामबन में बादल फटने की घटना पर डिप्टी-कमिश्नर बसीर-उल-हक चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशासन की प्राथमिकता है और वे सामान्य यात्रियों और वाहनों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की लोगों से अपील है कि वे यातायात परामर्श के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं। जिला अधिकारी क्षतिग्रस्त सड़कों को बहाल करने के प्रयास कर रहे हैं। रामबन में मडस्लाइड की वजह से NH-44 क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसे ठीक किया जा रहा है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 6 और 7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की थी, जो आज 8 मई को भी जारी है। 7 मई को रात 1 बजे के बाद किए गए हमलों में भारत ने पाकिस्तान में पनप रहे कई आतंकी ठिकानों का तबाह कर दिया था। भारत की इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने कश्मीर के पूंछ में आम नागरिकों पर हमला किया, जिसमें कई निर्दोषों की जान चली गई।








