- उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में प्रयागराज मण्डल के ब्लाक प्रमुखों एवं खण्ड विकास अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
- उपमुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में हर माह ब्लाक प्रमुखों व खण्ड विकास अधिकारियों की जनपद स्तरीय बैठक आयोजित किए जाने के दिए निर्देश
अक्षत टाइम्स संवाददाता, लखनऊ, 8 जुलाई। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को सर्किट हाउस के सभागार प्रयागराज में प्रयागराज मण्डल के ब्लाक प्रमुखों एवं खण्ड विकास अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला में सम्मिलित हुए। उपमुख्यमंत्री ने कार्यशाला में आयें हुए ब्लाक प्रमुखों से ग्रामों में विकास से सम्बंधित कार्यों में आने वाली अड़चनों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ब्लाक प्रमुखों व खण्ड विकास अधिकारियों की जनपद स्तरीय बैठक हर माह आयोजित की जाये, जिससे कि विकास कार्यों में जो समस्यायें व बाधाएं हो, उनका निस्तारण जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाये। साथ ही निचले स्तर पर ब्लाक प्रमुखों की अध्यक्षता में खण्ड विकास अधिकारियों व ग्राम सभा से जुड़े सभी सम्बंधित अधिकारियों की हर माह बैठक की जाये, जिससे समस्या का समाधान निचले स्तर पर ही सम्भव हो सके।
ब्लाक प्रमुखों द्वारा गांव में सफाई कर्मिंयों द्वारा नियमित रूप से सफाई न किए जाने की शिकायत की गयी, जिस पर उपमुख्यमंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे सफाई कर्मिंयों को चिन्हित किया जाये। कार्यशाला में कुछ ब्लाक प्रमुखों द्वारा उनके ब्लाक में सभागार न होने एवं हैण्ड पम्प के रिबोर से सम्बंधित समस्या बतायी गयी, जिस पर उपमुख्यमंत्री ने मण्डल के सभी जनपदों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां पर भी सभागार की आवश्यता है, उसके लिए प्रपोजल तैयार कर भेजे। हैण्डपम्प के रिबोर के लिए सभी जनपदों पर जिले स्तर की कमेटी बनाकर जहां पर रिबोर से सम्बंधित शिकायत है, उनको दूर कराये जाने के लिए कहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में होने वाली चौपाल में ब्लाक प्रमुखों सहित अन्य जनप्रतिनिगणों को बुलाया जाये, जिससे कि ग्राम वासियों की छोटी-छोटी समस्याओं का निस्तारण चौपाल स्तर पर ही हो जाये।
कार्यशाला में आयें ब्लाक प्रमुखों द्वारा कुछ गौशालाओं में चारा-भूसा सहित अन्य मूलभूत आवश्यक चीजों की कमी के बारे में जानकारी दी गयी, इसके साथ ही कुछ अमृत सरोवर में पानी की कम उपलब्धता के बारे में भी बताया गया, कुछ ग्राम सचिवालयों में सेक्रेटरी के न बैठने की जानकारी दी गयी, जिस पर उपमुख्यमंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों को गौशालाओं में पर्याप्त मात्रा में भूसा-चारा, हरा चारा की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के साथ ही सभी मूलभूत आवश्यक चीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अमृत सरोवरों में पानी की पर्याप्त उपलब्धता के साथ ही उसके आस-पास साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने तथा वृक्षारोपण कराये जाने के लिए कहा है। उपमुख्यमंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि ग्राम सचिवालयों में सेक्रेटरी अपने निर्धारित दिन में समय से ग्राम सचिवालय में उपस्थित रहे। उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने ब्लाक वाइज वाह्टसएप ग्रुप बनाये जाने तथा उसपर सेक्रेटरी द्वारा वहां पर अपनी उपस्थिति की फोटो प्रेषित करने के लिए कहा है।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारीगण जनप्रतिनिधिगणों की समस्याओं का शीर्ष प्राथमिकता पर निस्तारण सुनिश्चित करें, क्योंकि जनप्रतिनिधिगणों द्वारा जनता से जुड़ी हुई समस्यायें ही उठायी जाती है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गावों के विकास से ही देश का विकास होगा। कहा कि गावों के विकास से ही भारत विकसित देश बनेगा। उन्होंने ब्लाक प्रमुखों व खण्ड विकास अधिकारियों को मिलकर कार्य करते हुए स्मार्ट ब्लाक बनाने के लिए हर-सम्भव प्रयास करने के लिए कहा है।
उपमुख्यमंत्री ने कार्यशाला में उपस्थित सभी ब्लाक प्रमुखों, जनप्रतिनिधिगणों व अधिकारियों से सप्ताह में एक दिन हर ग्राम सभा में रोस्टर बनाकर स्वच्छता अभियान चलाये जाने के लिए कहा है। अमृत सरोवरों को 15 अगस्त से पहले सभी की सहभागिता से और सुंदर व और अच्छा बनाये जाने के लिए प्रयास किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि विकास से जुड़े कार्यों में कोई अवरोध न हो, इसके लिए सभी अधिकारीगण व जनप्रतिनिधिगणों के साथ मिलकर कार्य करें।
इस अवसर पर सांसद फूलपुर केशरी देवी पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ0 वी0के0 सिंह, विधायक शहर पश्चिमी सिद्धार्थ नाथ सिंह, विधायक फाफामऊ गुरू प्रसाद मौर्य, विधायक बारा वाचस्पति, विधायक कोरांव राजमणि कोल, विधायक फूलपुर प्रवीण पटेल, विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी, निर्मला पासवान, गंगापार अध्यक्ष अश्वनी दुबे, यमुनापार अध्यक्ष विभवनाथ भारती व अन्य प्रतिनिधिगणों के अलावा मण्डल के मुख्य विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।