-
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग से लेकर लिबरल आर्ट्स तक में मिलेगी एआई आधारित शिक्षा
-
सीयूसीईटी के माध्यम से मिलेगा प्रवेश, प्लेसमेंट सपोर्ट की गारंटी व 100 प्रतिशत तक की स्कॉलरशिप का मिलेगा लाभ
अक्षत टाइम्स संवाददाता, उन्नाव, 16 मई। क्यूएस एशिया वर्ल्ड रैंकिंग के अनुसार भारत की नंबर वन प्राइवेट यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने उन्नाव में 2500 करोड़ की लागत से भारत का पहला एआई सपोर्टेड कैंपस स्थापित किया है। जहां गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसे इंडस्ट्री लीडर्स भी प्रशिक्षण देंगे। उक्त जानकारी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर के सलाहकार प्रो. डॉ मनोज जोशी ने उन्नाव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य न केवल छात्रों को इंडस्ट्री-रेडी बनाना है, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए ऐसे कौशल प्रदान करना है जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा में उन्हें आगे रखें साथ ही युवाओं को रोजगार के लिए न भटकना पड़े। एआई के भविष्य पर प्रकाश डालते हुए प्रो. डॉ. जोशी ने बताया कि पूरा विश्व भारत की क्षमता को समझते हुए हमारी तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है, चाहे गूगल हो या माइक्रोसॉफ्ट जैसे दिग्गज एआई के क्षेत्र में भारत के बढ़ते कदमों का लोहा मानकर भारत में बड़े निवेश भी कर रहे हैं। इसी क्रम में भारत को एआई और इनोवेशन का हब बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश की राजधानी क्षेत्र लखनऊ में एआई सिटी स्थापित करने की तैयारी भी चल रही है।
- उन्होने बताया कि उत्तर प्रदेश में एआई सिटी परियोजना से अगले पांच वर्षों में एआई में 50,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां सृजित करने का लक्ष्य है। तकनीकी शिक्षा को नई दिशा देने वाला यह कैंपस लखनऊ-कानपुर रोड पर स्थित उन्नाव के एससीआर क्षेत्र में है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का यह एआई सपोर्टेड कैंपस पहला ऐसा कैंपस है जो इंडस्ट्री को अपने स्थापनाकाल से ही साथ लेकर चल रहा है दरअसल चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एसएएस, आईबीएम व रैबिट एआई जैसे इंडस्ट्री जाइंट्स के साथ एमओयू किया है। जो यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम को इंडस्ट्री के अनुरूप डिजाइन करने व छात्र-छात्राओं को इंटर्नशिप, प्लेसमेंट, ट्रेनिंग आदि में सहायक होगी। डॉ जोशी ने बताया की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उन्नाव में टॉप एआई कंपनी रैबिट एआई द्वारा 5 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना होगी। रैबिट एआई द्वारा भारत में पहली बार किसी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा की सीयू उन्नाव में छात्र-छात्राओं को छह मेन स्ट्रीम्स इंजीनियरिंग, बिजनेस, हेल्थ और लाइफ साइंसेज, ह्यूमैनिटीज, लिबरल आर्ट्स समेत लीगल स्टडीज दृ में कुल 50 फ्यूचर-ओरिएंटेड, इंडस्ट्री कोलैबोरेटेड ग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम्स का लाभ मिलेगा, जो सभी एआई सपोर्टेड होंगे।
डॉ जोशी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की स्थापना को स्वीकृति दिए जाने के कुछ ही दिनों बाद यूनिवर्सिटी को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से भी मान्यता प्राप्त हो गई है। यह एआई-सक्षम नया कैंपस शैक्षणिक सत्र 2025-26 से शुरू होगा। इस कैंपस में कुल 50 प्रोग्राम्स (34 ग्रेजुएट और 16 पोस्टग्रेजुएट) उपलब्ध होंगे। इसके अतिरिक्त, छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के साथ-साथ करोड़ों रुपये की स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाएगी, ताकि आर्थिक चुनौतियाँ उनकी शिक्षा में बाधा न बनें।इंडस्ट्री-कोलेबोरेटेड एजुकेशन का नया केंद्र बनेगा उन्नाव
प्रो. डॉ मनोज जोशी ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के इंडस्ट्री ओरिएंटेड प्रोग्राम की सराहना करते हुए कहा की सीयू उन्नाव पहले से ही ग्लोबल कंपनियों को साथ लेकर चल रहा है जिससे छात्र-छात्राओं को न सिर्फ इंडस्ट्री रेडी स्किल्स सीखने का अवसर मिलेगा अपितु प्लेसमेंट का लाभ भी मिलेगा साथ ही उन्नाव इंडस्ट्री-कोलेबोरेटेड एजुकेशन का नया केंद्र भी बनेगा। वहीं चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्कॉलरशिप प्रोग्राम पर बोलते हुए प्रो. डॉ मनोज जोशी ने कहा की देश के निजी विश्वविद्यालयों में अव्वल चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के उन्नाव कैंपस के 2025-26 शैक्षणिक सत्र में यूनिवर्सिटी अपने छात्र-छात्राओं को 40 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान करेगा। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की यह नई पहल उत्तर प्रदेश के युवाओं को एआई आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करने में मदद करेगी साथ ही उत्तरप्रदेश को डिजिटल और तकनीकी विकास के क्षेत्र में एक नई दिशा भी मिलेगी। यूपी के छात्र दृ छ्त्राएं सीयूसीईटी (चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) के माध्यम से इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर लाभ ले सकेंगे।
उन्होंने कहा की चंडीगढ़ युनिवर्सिटी ने छात्र-छ्त्राओं को साइंटिफिक रिसर्च के साधन उपलब्ध कराने के लिए सीवी रमन स्कॉलरशिप के माध्यम से तीन करोड़ रुपये की अतिरिक्त स्कॉलरशिप भी प्रदान करने की घोषणा की है। जो इनोवेशन और रिसर्च के कल्चर को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है साथ ही रिसर्च के क्षेत्र में किसी भी आर्थिक बाधा के समाधान में भी सहायक होगी।23 ग्लोबल और भारतीय टेक कंपनियों ने किया एमओयू
डॉ अजय यादव, रजिस्ट्रार, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, यूपी ने एआई के महत्व को समझकर यूपी के युवाओं को एआई के क्षेत्र में बढ़ाने व नए अवसरों के योग्य बनाने के उद्देश्य से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने यूपी में अपने पहले एआई आधारित कैंपस की शुरूआत की है। लखनऊ-कानपुर रोड के उन्नाव एससीआर क्षेत्र स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का कैंपस अपनी तरह का पहला ऐसा कैंपस होगा जो की छह मेन स्ट्रीम्स में 50 फ्यूचर ओरिएंटेड (34 ग्रेजुएट और 16 पोस्टग्रेजुएट) प्रोग्राम प्रदान करेगा ।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के विजन पर प्रकाश डालते उन्होंने कहा की सीयू पहले से ही इंडस्ट्री को साथ लेकर चल रहा है, जिससे यहां पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को इंडस्ट्री के लिए पहले दिन से ही तैयार किया जा सके। इंडस्ट्री के लीडर्स से सुझाव लेकर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपने पाठ्यक्रम को विशेष रूप से तैयार किया है जिसमें इंडस्ट्री विशेषज्ञों द्वारा छात्र दृ छात्राओं को एआई सपोर्टेड एकेडेमिक प्रोग्राम्स, कोर्सेज,वर्कशॉप, सर्टीफिकेशन, इंडस्ट्री प्रोजेक्ट्स, टूल्स प्रशिक्षण, मेंटरशिप और स्किल सेट तैयार करने हेतु स्वयं प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसके चलते यहां के छात्र छात्राओं बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप के साथ साथ जॉब ऑफर का लाभ भी मिलेगा जिसके लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कई बड़ी टॉप टेक कंपनियों के साथ समझौते भी किए है। जिसके परिणामस्वरूप चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ भारत की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है, जिसने यूपी में एक ही दिन में 23 ग्लोबल इंडस्ट्री जाइंट्स के साथ एमओयू किया है।
उन्होंने बताया कि इन एमओयू के अनुसार गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एसएएस, आईबीएम, रैबिट एआई और क्विक हील सहित इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनियां इंजीनियरिंग प्रोग्राम और केपीएमजी, एनएसई, पीडब्ल्यूसी और ग्रांट थॉर्टन बिजनेस और कॉमर्स प्रोग्राम पेश करेंगी। जिनमें कुल 15 कोर्सेज में से 8 यूजी प्रोग्राम- बीटेक सीएसई (एआई और एमएल), बीटेक सीएसई क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा साइंस, बीबीए (फिनटेक), बीबीए (फिनटेक) एसीसीए के साथ, बी कॉम एसीसीए के साथ, बीसीए (डीएस), बीटेक सिविल इंजीनियरिंग और बीटेक (साइबर सिक्योरिटी) कॉम टीआईए के साथ पेश किए जाएंगे, वहीं सात पीजी प्रोग्राम- जिनमें एमटेक (एआई और एमएल), एमसीए (एआई और एमएल), एमबीए (डीएस और एआई), एमबीए-एप्लाइड फाइनेंस, एमबीए- फिनटेक, एमबीए- बिजनेस एनालिटिक्स और एमबीए (बीए) में पेश किए जाएंगे।सीयूसीईटी पोर्टल किया लॉन्च
प्रो. डॉ मनोज जोशी ने सीयूसीईटी (चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) 2025 पोर्टल लॉन्च करते हुए कहा की सीयूसीईटी के माध्यम से छात्र-छात्राएं स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीयूसीइटी) में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश देती है। इच्छुक उम्मीदवार यूनिवर्सिटी की वेबसाइट https://cucet.cuchd.in के माध्यम से प्रवेश व स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है साथ ही सीयूसीईटी से संबंधित अधिक जानकारी के लिए 18002701411 टोल फ्री पर भी संपर्क कर सकते है। जिसका लक्ष्य हजारों छात्रों के शैक्षणिक सपनों को साकार करने के साथ ही इसके मध्य आने वाले तमाम आर्थिक बाधाओं का निवारण कर आने वाली पीढ़ी को रोजगार और एआई के क्षेत्र में नए अवसर तलाशने व अपने कौशल को सुधारने का सुलभ अवसर भी देना है।