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गाजियाबाद के इंदिरापुरम में लोन की तीन किस्त न चुकाने पर बीमा कंपनी ने फर्जी कागजात बनाकर इंदिरापुरम निवासी पीयूष की लग्जरी कार किसी दूसरे व्यक्ति को बेच दिया। कंपनी ने गाड़ी बेचने के बाद पीड़ित के नाम पर ही इंश्योरेंस भी करा दिया। आरोप है कि गाड़ी वापस पाने के लिए कंपनी के प्रबंधक ने पीयूष से 45 लाख रुपये की मांग की है।
उन्होंने इंदिरापुरम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पीयूष ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2018 में 12,99,250 रुपये का डाउन पेमेंट कर फरीदाबाद से एक लग्जरी कार खरीदी थी। इसके लिए 94 लाख का लोन लिया था। कुछ माह बाद अचानक खाता बदलने की वजह से तीन किस्तें जमा नहीं कर पाए।
तभी कंपनी के कर्मचारी जल्द से जल्द किस्त जमा कराने की बात कहकर गाड़ी साथ ले गए। उनका आरोप है कि कंपनी के लोगों ने गाड़ी के फर्जी कागजात तैयार कर दूसरे युवक को गाड़ी 69 लाख में बेच दी लेकिन बीमा उनके नाम ही किया गया है।
अभी तक गाड़ी तीन लोगों को बेचा जा चुका है और बीमा उनके नाम से ही हो रहा है। थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर का कहना है कि जतिन आहुजा समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कागजात के आधार पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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