मिडिल ईस्ट से एक बड़ी खबर आ रही है, जहां ईरान ने इजरायल पर हमला कर दिया है। ईरान की स्टेट टीवी ने कन्फर्म किया है कि उसके रिवोल्यूशनरी गार्ड ने इजरायल की तरफ ड्रोन और मिसाइल से हमले किए हैं। शनिवार देर रात ईरान ने दर्जनों ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल इजरायल पर दागे हैं।
ईरान और इजरायल में दुश्मनी तो दशकों पुरानी है, लेकिन ये पहला मौका है जब ईरान ने इजरायल पर डायरेक्टईरान ने इजरायल हमला किया है।इजरायली सेना के मुताबिक ईरान ने इजरायल पर 100 से ज्यादा ड्रोन अटैक किया है, जिसे इजरायली सेना के डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया है।
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यरूशलेम में हवाई हमले के सायरन बज रहे हैं और ऊपर आसमान में विस्फोटों की आवाजें सुनाई दे रही हैं।
#WATCH | Tel Aviv: Iranian drones intercepted by Israel's Iron Dome, as Iran launches a drone attack against Israel by sending thousands of drones into its airspace.
(Source: Reuters) pic.twitter.com/GyqSRpUPF1
— ANI (@ANI) April 14, 2024
भारत ने दी प्रतिक्रिया
ईरान के इजरायल पर किए गए हमलों के बाद भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती दुश्मनी से गंभीर रूप से चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा हो सकता है। हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं। हम मौजूदा स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। वहां हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं। यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे।
अमेरिका ने की इजरायल की मदद
हालांकि इजरायल ने बैलिस्टिक मिसाइल के हमले का जिक्र नहीं किया है। इजरायल ने इस हमले के बाद से अपने सारे एयरस्पेस बंद कर दिए हैं और पूरा इजरायल अभी नो फ्लाई जोन में तब्दील हो गया है। खबरों के मुताबिक मिडिल ईस्ट में तैनात अमेरिकी डिफेंस सिस्टम ने भी इजरायल की तरफ से वार किए गए ईरान के कई ड्रोन को मार गिराया है। .
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन से बात की है। मंत्री गैलेंट ने अमेरिकी रक्षा सचिव को ईरान के हमले के सामने इजराइल के रक्षात्मक अभियानों के बारे में जानकारी दी, और इस बात पर जोर दिया कि रक्षा प्रतिष्ठान इजराइल पर हमले के किसी भी अन्य प्रयास के लिए तैयार है। मंत्री गैलेंट ने सचिव ऑस्टिन के नेतृत्व और इजराइल के साथ खड़े होने के लिए उनकी सराहना की।
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा-हम करेंगे मुकाबला
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा है कि इजराइल के नागरिकों, हमारी रक्षात्मक प्रणालियां तैनात हैं, हम रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह से किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं। इजराइल मजबूत है, आईडीएफ मजबूत है और हमारी जनता मजबूत है। हम इजरायल के साथ अमेरिका के खड़े होने के साथ-साथ ब्रिटेन, फ्रांस और कई अन्य देशों के समर्थन की सराहना करते हैं।
हमने एक स्पष्ट सिद्धांत निर्धारित किया है- जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाएगा, हम उसे छोड़ेंगे नहीं। हम किसी भी खतरे से अपना बचाव करेंगे और ऐसा निष्ठापूर्वक और दृढ़ संकल्प के साथ करेंगे। इजराइल के नागरिकों, मैं आपसे आईडीएफ होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करने का आह्वान करता हूं। हम एक साथ खड़े रहेंगे और भगवान की मदद से एक साथ हम अपने सभी दुश्मनों पर विजय प्राप्त करेंगे।
नेतन्याहू ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
ईरान के इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वार कैबिनेट की इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इसके साथ ही ईरान के ड्रोन अटैक के बाद इजरायल की सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। वहीं अमेरिका ने कहा है कि वो इजरायल को मदद देता रहेगा। यूएस प्रेसिडेंट जो बाइडेन जल्दी ही नेशनल सिक्योरिटी टीम की व्हाइट हाउस में बैठक लेने वाले हैं, जिसमें ईरान-इजरायल युद्ध से पैदा हुए हालात पर चर्चा होगी। उधर ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा की है।
बता दें कि एक अप्रैल को सीरिया स्थित ईरानी कॉन्सुलर पर इजरायली हमले के बाद से ही ईरान लगातार इजरायल पर हमले की धमकी दे रहा था। इजरायल के इस हमले में ईरान के दो जनरल की मौत हो गई थी। इससे पहले गाजा में भी इजरायल के हमले से ईरान और इजरायल में तनातनी चल रही थी।