तेहरान। ईरानी क्षेत्र पर शनिवार रात भर हुए इजराइली हमले के मद्देनजर ईरान में उड़ानें “अगली सूचना” तक रद्द कर दी गई हैं। ‘शफकना’ समाचार एजेंसी ने ईरान नागरिक उड्डयन संगठन के एक प्रवक्ता के हवाले से खबर दी। इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने शनिवार रात कहा कि उसने एक अक्टूबर को यहूदी राज्य पर हुए हमलों के जवाब में ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमला किया था। सीबीएस न्यूज ने एक सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि ईरान पर इजरायली हमला सैन्य तक ही सीमित था। लक्ष्य और परमाणु या तेल सुविधाओं तक विस्तारित नहीं।
फ़ार्स समाचार एजेंसी ने दावा किया कि इज़रायल ने तेहरान के पश्चिम और दक्षिण पश्चिम में कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया। वहीं, तस्नीम समाचार एजेंसी ने कहा कि ईरानी राजधानी के पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम में स्थित इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी, सशस्त्र बलों की विशिष्ट इकाइयां) के सैन्य केंद्रों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। स्पुतनिक संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार, सुबह लगभग 4:25 बजे तेहरान के मध्य भाग में, रूसी दूतावास के क्षेत्र में, आकाश में शक्तिशाली विस्फोटों की दूसरी श्रृंखला सुनी गई।
‘ईरान और इजराइल का हिसाब बराबर, अब सैन्य हमले बंद होने चाहिए’
अमेरिका ने कहा है कि ईरान पर इजराइल के हमलों से हिसाब बराबर हो चुका है और अब दोनों शत्रु देशों के बीच प्रत्यक्ष सैन्य हमले बंद होने चाहिए। अमेरिका ने ईरान को अब इजराइल पर जवाबी हमले करने पर ‘‘अंजाम’’ भुगतने की चेतावनी दी। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके प्रशासन को लगता है कि इजराइली (सैन्य) अभियान के उपरांत अब दोनों देशों के बीच सीधे सैन्य हमले ‘‘बंद होने’’ चाहिए और उसने कहा कि अन्य सहयोगी देश भी इससे सहमत हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान ने शुक्रवार को पूरे दिन अभियान के बारे में जानकारी दी। व्हाइट हाउस के नियमों के अनुसार नाम न उजागर करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि इजराइली अभियान ‘‘व्यापक, सटीक और लक्षित’’ था।
‘इजराइल हमले से ‘सीमित क्षति’ हुई’
ईरान की सेना ने शनिवार सुबह कहा कि इजराइल ने उसके इलाम, खुजस्तान और तेहरान प्रांतों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए, जिनमें ‘‘सीमित क्षति’’ हुई। ईरान के सशस्त्र बलों का यह बयान सरकारी टेलीविजन चैनल पर पढ़ा गया, लेकिन इस दौरान हमलों में हुए नुकसान से जुड़ी कोई तस्वीर नहीं दिखाई गई। ईरान की सेना ने दावा किया कि उसकी हवाई सुरक्षा प्रणाली ने हमलों से होने वाले नुकसान को सीमित कर दिया, हालांकि उसने इस संबंध में कोई अतिरिक्त सबूत नहीं दिया।
इजराइल ने क्या कहा ?
इजराइल ने कहा कि उसने देश में मिसाइल निर्माण संयंत्रों और अन्य स्थलों को निशाना बनाकर हमले किए। उसने कहा कि ईरान में हमले करने के बाद उसके विमान ‘‘सुरक्षित स्वदेश लौट आए हैं।’’इजराइली सेना ने कहा कि उसके विमानों ने ‘‘उन मिसाइल निर्माण संयंत्रों पर हमला किया, जिनका इस्तेमाल उन मिसाइलों को बनाने के लिए किया जाता था जिन्हें ईरान ने पिछले साल इजराइल पर दागा था।’’ सेना ने कहा, ‘‘ये मिसाइल इजराइल के नागरिकों के लिए सीधा और तत्काल खतरा पैदा करती हैं।’’ उसने कहा कि उसने ‘‘सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और उन अतिरिक्त ईरानी हवाई क्षमताओं पर भी हमला किया, जिनका उद्देश्य ईरान में इजराइल की हवाई संचालन स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करना था।