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जनकपुरी के मुख्य मंच के बाहर भक्तों का विहंगम दृश्य देखने को मिला। सूरज ढलने के साथ ही जानकी की विदाई तक हजारों रामभक्त घंटों जनकपुरी के मुख्य मंच के बाहर खड़े रहे। इस दौरान मंच पर कई बार दूसरे लोगों के आने से भक्तों को दर्शन में परेशानी हुई, जो अपने आराध्य को हर पल आंखों में भर लेना चाहते थे।
Janakpuri Mahotsav: बारिश के बीच जनकपुरी पहुंची श्रीराम की बारात, ‘राजा जनक’ ने उतारी आरती
जनकमहल से सुरीले भजनों ने धार्मिकता के माहौल को नई ऊंचाइयां दी। भजन गायिका मंजरी शुक्ल की टीम ने राम भजन से समां बांध दिया। कोरियोग्राफर दीपक शर्मा की टीम ने लघु नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। मंगलम स्टेट की महिला मंडल ने गरबा नृत्य, सनशाइन स्कूल के छात्र द्वारा श्री राम स्तुति, वीरा सक्सेना के नेतृत्व में म्यूजिक मंत्रा के विद्यार्थियों और एकता जैन डांस एकेडमी के विद्यार्थियों के नृत्य व गायन प्रस्तुतियों ने सबको मंत्रमुग्ध किया। समारोह का संचालन रमन अग्रवाल ने किया।
राजा जनक के स्वरूप आलोक अग्रवाल और रानी सुनयना की स्वरूप आरती अग्रवाल ने अयोध्या और मिथिला वासियों सहित सभी बरातियों और घरातियों को बड़हार की दावत दी। सजन गोट में स्वर्ण और रजत बर्तनों में सम्मानित लोगों को प्रसादी वितरित की गई। सुसज्जित मंच पर जब भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और माता जानकी के स्वरूप विराजमान हुए तो लोग गा पड़े सजा दो घर को फूलों से, मेरे घर राम आए हैं…।
राजा जनक के स्वरूप आलोक अग्रवाल और माता जानकी के स्वरूप आरती अग्रवाल ने जानकी के विवाह में बड़हार के बाद रात को जनक मंच पर हुए विदाई कार्यक्रम में मिलनी की रस्म अदा की। राजा जनक ने भाव भरे हृदय से श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष व विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, रामलीला कमेटी के मंत्री राजीव अग्रवाल और राजा दशरथ संजय मित्तल को गले लगाया।
जनकपुरी महोत्सव के आखिरी दिन शनिवार को शाम 7 बजे जनक मंच पर खाटू श्याम भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। साथ ही श्री जनकपुरी महोत्सव कमेटी की ओर सम्मान समारोह और जनकपुरी महोत्सव की स्मारिका का लोकार्पण होगा। यह जानकारी श्री जनकपुरी महोत्सव कमेटी के सदस्य विशाल सक्सेना ने दी है।
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