जलवायु परिवर्तन ने गर्मियों की सुहानी सुबह भी छीन ली है। तीन-चार साल पहले जितना तापमान दोपहर 12 से दर्ज किया जाता था, अब सुबह 10 बजे ही उतनी गर्मी पड़ने लगी है। आप कह सकते हैं कि तपती दोपहरी का अहसास सुबह 10 बजे से ही होने लगा है। इस तरह तापमान के चरम में दो घंटे का इजाफा हो गया है। सीएसए के मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार तीन साल पहले इसकी शुरुआत हुई थी।
अब हर वर्ष तापमान में बढ़ोतरी होती जा रही है। तीन साल में सुबह 10 से 11 बजे के बीच के तापमान में करीब छह डिग्री की बढ़त दर्ज की गई है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विभाग के अनुसार सुबह 10 से 11 बजे के बीच तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच रहा है, जबकि इसके बाद के तीन घंटे में पारा तीन से चार डिग्री ही बढ़ता है।
वहीं तीन साल पहले सुबह 10 से 11 बजे के बीच अधिकतम तापमान 32 डिग्री तक ही रिकॉर्ड किया जाता रहा है। डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि अध्ययन में मौसम में आने वाले समय में और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जिसमें गर्मी की तरह सर्दी और कम समय में ज्यादा बारिश होने की बात कही जा रही है।
पक्के निर्माण ने बढ़ाई दिक्कत
डॉ. एसएन पांडेय का कहना है कि मौसम में इस तरह का बदलाव शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते पक्के निर्माण हैं। इस वजह से सूरज की किरणें पक्के निर्माण से टकराकर उससे अधिक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं और क्षेत्र का तापमान बढ़ने लगता है। पहले इस तरह का मौसम बुदेलखंड के आसपास रहता था।
इस तरह बढ़ा जून में सुबह से औसत तापमान
– वर्ष 2021 से पहले : सुबह 10 से 11 बजे 32.2
– वर्ष 2021 में : सुबह 10 से 11 बजे 35.8
– वर्ष 2022 में : सुबह 10 से 11 बजे 36.5
– वर्ष 2023 में : सुबह 10 से 11 बजे 38.5
गर्मी से बचाव
– सर्दी-गर्मी से बचें, ठंडे कमरे से अचानक बाहर न निकलें।
– बाहर निकलें तो पीने का पानी साथ रखें।
– घर से खूब पानी पीकर निकलें।
– गरिष्ठ भोजन न करें, पेय पदार्थ ज्यादा लें।
– टोपी, सनग्लास और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।